बेटों के सामने लगाई नहर में छलांग, मौत
जेब खर्च न देने पर बेटे से पीडब्ल्यूडी कर्मी का हुआ था विवाद, मंगलवार शाम की घटना, बुधवार को सुबह मिला शव।
औंछा (मैनपुरी) : जेब खर्च देने को बेटे से रोज-रोज के झगड़े से व्यथित पीडब्ल्यूडीकर्मी पिता ने मंगलवार शाम को अपनी जिंदगी ही खत्म कर ली। बेटों के सामने नहर में छलांग लगा दी। अगले दिन शव मिल पाया।
थाना औंछा के गांव पड़रिया निवासी रामनाथ (58) पीडब्ल्यूडी में बेलदार थे। मंगलवार को ड्यूटी करने के बाद शाम को अपने घर पहुंचे। तभी पैसों को लेकर परिजनों से विवाद हो गया। बताया जाता है कि उनका एक बेटा जेब खर्च के लिए पांच सौ रुपये मांग रहा था। आए दिन ही इस तरह रुपयों की मांग से रामनाथ परेशान थे। मंगलवार को बेटे के झगड़े से इतने व्यथित हो गए कि घर से निकल गए।
शाम सात बजे वे गांव झाल नगरिया के पास नहर किनारे पहुंचे। वहां कुछ लोग बैठे हुए थे। रामनाथ ने नहर में छलांग लगाने की कोशिश की तो लोगों ने पकड़ लिया। इसी बीच परिजन व गांव के लोग भी आ गए। तब तक रामनाथ नहर किनारे अन्य लोगों के साथ बैठे हुए थे। गुस्सा भी शांत हो गया था। मगर, परिजनों को देखा तो रामनाथ फिर से भड़क गए। किसी को पास न आने की हिदायत दी। बेटे उन्हे मनाने के लिए आगे बढ़े तो उन्होंने नदी में छलांग लगा दी।
यह देख लोग सकते में आ गए। उन्हें नहर में खोजने की काफी कोशिश की, मगर अंधेरा होने के कारण उनका पता नहीं चला। परिजन रात भर नहर में तलाश करते रहे। बुधवार सुबह सिंहपुर के पास उनका शव मिल गया।
लापता होने की तहरीर:: रामनाथ के छह लड़के और तीन लड़कियां हैं। दो लड़कियों की शादी हो चुकी है। परिवार की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है। रामनाथ के पुत्र नंदकिशोर ने तहरीर दी है कि उनके पिता मंगलवार सुबह ड्यूटी पर गए थे। फिर लापता हो गए। बुधवार को उनका शव ¨सहपुर के पास नहर में मिला है। एसओ औंछा विजय ¨सह ने बताया कि रामनाथ द्वारा खुदकशी करने की सूचना मिली थी। परिजनों ने लापता होने की तहरीर दी है।