मेगा वैक्सीनेशन में 25141 को लगाए जिंदगी के टीके
जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार को मेगा वैक्सीनेशन का आयोजन कराया गया। वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता होने पर शाम तक 25141 लोगों को कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगाई गई।
जासं, मैनपुरी : ज्यादा लोगों को वैक्सीन का लाभ मिल सके, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार को मेगा वैक्सीनेशन का आयोजन कराया गया। वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता होने पर शाम तक 25141 लोगों को कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगाई गई।
शुक्रवार की सुबह मेगा वैक्सीनेशन का आयोजन डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की देखरेख में शुरू कराया गया। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोगों को नजदीकी प्वाइंट पर ही वैक्सीन का लाभ मिल सके, इसके लिए पूरे जिले में 162 केंद्रों का संचालन कराया गया।
सीएमओ डा. पीपी सिंह के साथ अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों ने अलग-अलग केंद्रों पर पहुंचकर वहां की सुविधाओं का जायजा लिया। लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे सुविधा का लाभ उठाएं। 18 वर्ष या इससे ज्यादा की उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है। जरूरी है कि जिन्हें यह सुविधा मिल गई है, वे सभी अपने आसपास के लोगों को भी यहां केंद्रों पर लेकर आएं। सुबह से ही केंद्रों पर लोगों की लाइनें लगी रहीं। 34200 लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया था। जिसके सापेक्ष शाम छह बजे तक 25141 लोगों ने वैक्सीन लगवाई।
यहां हुआ सर्वाधिक वैक्सीनेशन
केंद्र, वैक्सीन
सहादतपुर, 531
जागीर सीएचसी, 478
सहारा पीएचसी, 457
पीएचसी सुल्तानगंज, 438
पीएचसी मानपुरहरी, 439 जिले को जल्द मिलेंगे विशेषज्ञ चिकित्सक
जासं, मैनपुरी: शासन द्वारा कोरोना की मानीटरिग को भेजे गए नोडल अधिकारी ने निरीक्षण के दौरान राहत भरी खबर दी है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि जल्द ही जिले में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती करा दी जाएगी। इससे संबंधित सभी प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है।
शुक्रवार को यहां पहुंचे नोडल अधिकारी डा. बृजेश कुमार ने एल-2 आइसोलेशन अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने जागरण से विशेष बातचीत में स्वास्थ्य सेवाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बच्चों को लेकर आशंका जाहिर की जा रही है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के बारे में शासन को भी जानकारी है। इस संकट के निस्तारण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। शुरुआत में बाल रोग विशेषज्ञ और एनेस्थेटिक विशेषज्ञ को तैनात करने की तैयारी चल रही है। जिले में भी जल्द ही दोनों विशेषज्ञों की तैनाती करा दी जाएगी। इसके बाद अन्य विशेषज्ञों की तैनाती से संबंधित प्रक्रिया आरंभ होगी। फिलहाल अन्य चिकित्सकों को भी बच्चों के उपचार से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तैयारियों में कोई कसर बाकी नहीं रखी गई है। उपकरणों से लेकर दवाएं सभी पर्याप्त मात्रा में हैं। आक्सीजन प्लांट भी चालू हो चुका है। जल्द ही विशेषज्ञ चिकित्सक मिलने के बाद बच्चों के उपचार को लेकर बनी समस्या भी दूर हो जाएगी।