813 छात्रों ने दी यूपी बोर्ड के परीक्षाफल को चुनौती
बिना परीक्षा पास होना नहीं पसंद अब देंगे अंक सुधार परीक्षा हाईस्कूल के 381 और इंटर के 432 परीक्षार्थी देंगे परीक्षा
जासं, मैनपुरी: बिना परीक्षा उत्तीर्ण होने वाले जिले के 813 छात्र माध्यमिक शिक्षा परिषद के परीक्षाफल से संतुष्ट नहीं हैं। अब वह परीक्षा में सहभागिता करके और बेहतर अंक हासिल करेंगे। परिषद ऐसे छात्रों का पूर्व में घोषित परिणाम अमान्य कर अलग से परीक्षा कराएगा।
कोरोना संक्रमण के चलते माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा के ही पास कर दिया। कक्षा 10 और 12 के परीक्षाफल के लिए पिछली कक्षाओं में प्राप्त अंकों को आधार बनाकर परिणाम घोषित किया गया। इसके बाद बोर्ड ने तय किया कि जो इस परीक्षाफल से संतुष्ट नहीं हों, वे अंक सुधार परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इसके लिए 27 अगस्त तक अपने विद्यालयों आवेदन करने को कहा गया था। इन आवेदनों को प्रधानाचार्यों के माध्यम से 29 अगस्त तक बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कराया गया। अंतिम तिथि तक हाईस्कूल के 381 और इंटरमीडिएट के 432 छात्र-छात्राओें ने परीक्षा में शामिल होने का आवेदन किया है। 18 सितंबर से छह अक्तूबर के बीच होगी परीक्षा
आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं की परीक्षा 18 सितंबर से छह अक्तूबर के बीच होगी। जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज वर्मा ने बताया कि सभी छात्रों की सूचना बोर्ड मुख्यालय को भेज दी गई है। अब परीक्षा में प्राप्त होने वाले अंक ही मान्य होंगे। इन केंद्रों पर होगी परीक्षा-
शहर के राजकीय इंटर कालेज, राजकीय बालिका इंटर कालेज और भोगांव के नेशनल इंटर कालेज।
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परीक्षार्थियों की बात-
हाईस्कूल परीक्षा के दौरान मुझे 490 अंक मिले, जो 81 फीसद थे। इंटर की परीक्षा में बोर्ड ने केवल 302 अंक दिए जो 60 फीसद के करीब हैं, इसलिए अंक सुधार परीक्षा को आवेदन भरा है। परिणाम बेहतर आएगा, जिससे मन को सुकून तो मिलेगा।
-हर्ष, कक्षा 12
मैंने हाईस्कूल में 457 अंक हासिल किए, जो करीब 76 फीसद थे। इंटर में बिना परीक्षा 289 अंक दिए हैं, जो 58 फीसद के करीब हैं। मैं इससे संतुष्ट नहीं, इसलिए अंक सुधार को फार्म भरा है। खुद पर इससे बेहतर अंक लाने का भरोसा है।
-दिव्या, कक्षा 12