भाजपा के भोज में पकी चुनावी 'खिचड़ी'
मकर संक्रांति पर ज्यादातर अनुसूचित जाति बाहुल्य बस्तियों में किया पदाधिकारियों ने भोज 295 शक्ति केंद्र पर दिनभर होते रहे आयोजन गुपचुप चली चुनावी चर्चा
जासं, मैनपुरी: मकर संक्रांति का पर्व पूरे जिले में परंपरागत ढंग से मनाया गया, लेकिन भाजपा ने अपने ही अंदाज में इसे मनाया। भाजपा के भोज में अलग ही 'खिचड़ी' पकी। ज्यादातर अनुसूचित जाति बाहुल्य बस्तियों में ही संपन्न हुए भोज में गुपचुप ढंग से चुनावी चर्चा भी सर्दी के माहौल को गर्म करती रही।
विधानसभा चुनाव में कोरोना संक्रमण की वजह से आयोग की सख्ती बनी हुई है। सभी दल अपने-अपने तरीके से मतदाताओं से जनसंपर्क कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा धार्मिक पर्वो का सहारा ले रही है। शुक्रवार को भाजपा द्वारा ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिए खिचड़ी भोज कार्यक्रम का आयोजन कराया गया। जिले में इसके लिए सभी 295 शक्ति केंद्र को चुना गया। भोजन के लिए जिन स्थानों का चयन किया गया, उनमें ज्यादातर अनुसूचित जाति बाहुल्य इलाके ही शामिल थे। एक बडे़ वोट बैंक तक अपनी पहुंच बनाने के लिए पार्टी पदाधिकारियों ने भोज से पहले कहीं बाबा साहेब डा. आंबेडकर की प्रतिमा का पूजन किया तो कहीं तथागत बुद्ध की प्रतिमा का। भोज में बातों ही बातों में पार्टी की नीतियों और सरकार की उपलब्धियों की चर्चा भी होती रही। जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह चौहान का कहना है कि वे स्वयं कुरावली क्षेत्र के घरनाजपुर में भोज में शामिल रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी ज्ञानवती का विरोध जारी, नेताओं का फूंका पुतला
जासं, मैनपुरी: विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से करहल विधानसभा सीट से ज्ञानवती यादव को प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध जारी है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने ज्ञानवती को प्रत्याशी बनाने का विरोध करते हुए जिला प्रभारी अनिल यादव और राशिद अली का पुतला फूंका, प्रत्याशी बदलने की मांग की।
शुक्रवार को शहर की मंडी धर्मदास स्थित कांग्रेस कार्यालय पर करहल से ज्ञानवती यादव को प्रत्याशी बनाने का विरोध हुआ। इस दौरान मौजूद पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने फैसला लिया कि करहल से स्थानीय निवासी को टिकट दिया जाए। ऐसा नहीं होने पर ज्ञानवती का सहयोग नहीं करेंगे। इस दौरान जिला प्रभारी अनिल यादव और राशिल अली का गुस्साये कार्यकर्ताओं ने पुतला भी फूंका। कहा कि प्रभारी ने गलत टिकट वितरित कराई है। इस मौके पर शिवराज सिंह यादव, अंजना प्रजापति, रमेश चंद वर्मा, सुरेश राठौर, मुंशीलाल शाक्य, राहुल यादव, जगदीश, सुनील कुमार मौजूद रहे।