सवा दो करोड़ रुपये जमा कराकर प्रीति सूबे में प्रथम
शहर के निकटवर्ती गांव डबरा की प्रीति ने बिजली बिल के 2.22 करोड़ रुपये जमा कराकर प्रदेश में पाया पहला स्थान
जासं, मैनपुरी: खुद को कमजोर समझने वाली महिलाओं के लिए प्रीती किसी मिसाल से कम नहीं हैं। घर के चौका-चूल्हे और परिवार की जिम्मेदारी संभालने के साथ परिवार की गाड़ी भी बखूबी खींच रही हैं। स्वयं सहायता समूह से जुड़कर बिजली विभाग के लिए डोर-टू-डोर जाकर उपभोक्ताओं से बिल वसूला। साल भर के अंदर सरकार के खजाने में अकेले ही 2.22 करोड़ रुपये जमा कराए। 12,325 लोगों से बिल की राशि वसूलने में उन्हें पूरे प्रदेश में पहला स्थान मिला है। इस उपलब्धि पर शासन द्वारा उन्हें सम्मानित करने की तैयारी की जा रही है।
शहर में मैनपुरी-करहल रोड स्थित डबरा गांव निवासी प्रीती रोशनी स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं। बिजली विभाग की बिलिग योजना में बतौर सहयोग दिसंबर, 2020 में शामिल हुईं थीं। उनका कहना है कि शुरुआत में महीने भर तो उन्हें परेशानी हुई, उसके बाद पति करतार सिंह के साथ अपने गांव और आसपास के लोगों से उनके घर जाकर बिल जमा कराने की शुरुआत की। धीरे-धीरे स्थिति बेहतर हुईं और लोगों का सहयोग मिला। उनका कहना है कि चार दिसंबर तक वह अकेले ही 12325 घरों से बिजली के मासिक बिलों का भुगतान करा चुकी हैं। इनसे 2.22 करोड़ रुपये की धनराशि जमा कराई जा चुकी है। अधीक्षण अभियंता अतुल अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन स्तर से कराई गई समीक्षा में प्रीती पूरे प्रदेश की पहली सर्वाधिक बिल जमा कराने वाली महिला बन गई हैं। उन्हें 10 दिसंबर को शासन द्वारा सम्मानित करने के लिए लखनऊ बुलाया गया है। यूं ही नहीं मिला सम्मान
प्रीती का कहना है कि उपभोक्ताओं से बिल वसूली में उन्हें विभाग द्वारा कमीशन दिया जाता है। तीन हजार रुपये से ज्यादा के बिल पर उन्हें 0.4 फीसद कमीशन दिया जाता है। प्रतिदिन लगभग एक सैकड़ा लोगों से संपर्क कर उनके मासिक बिलों का भुगतान कराने से महीने में 14 से 15 हजार रुपये मासिक की आय होती है, जिससे परिवार का भरण पोषण होता है। ये हैं अन्य जिलों की महिलाएं
नाम, जिले का नाम, घरों की संख्या, जमा की गई धनराशि
प्रीती, मैनपुरी, 12,325, 2.22 करोड़
क्षमा शर्मा, बुलंदशहर, 6,436, 1.83 करोड़
अनीता, औरेया, 4619, 1.14 करोड़
पूनम, इटावा, 6732, 1.12 करोड़
जया भारद्वाज, बुलंदशहर, 4079, 8.2 करोड़