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डग्गामार बस लगा रहे परिवहन निगम को चपत

सरकार भले ही बदल गई है लेकिन व्यवस्था में बदलाव नहीं हुआ है। डग्गामार बस यातायात व्यवस्था पर तो सवाल खडे़ कर ही रही हैं परिवहन निगम को भी लाखों रुपये की चपत लगा रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 05:15 AM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 05:15 AM (IST)
डग्गामार बस लगा रहे परिवहन निगम को चपत
डग्गामार बस लगा रहे परिवहन निगम को चपत

जासं, मैनपुरी : सरकार भले ही बदल गई है, लेकिन व्यवस्था में बदलाव नहीं हुआ है। डग्गामार बस यातायात व्यवस्था पर तो सवाल खडे़ कर ही रही हैं, परिवहन निगम को भी लाखों रुपये की चपत लगा रही हैं।

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जिले में बेखौफ हो रहा डग्गामार बसों का संचालन अब परेशानी बढ़ाने लगा है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के निर्देश हैं कि रोडवेज बस स्टैंड से डग्गामार बसों का संचालन न होने दिया जाए। बावजूद इसके शहर में कोई रोक नहीं हो रही है। प्रतिदिन सुबह और रात आठ बजे के बाद रोडवेज बस स्टैंड के बाहर डग्गामार बसों का डेरा पहुंच जाता है।

इटावा, फिरोजाबाद, आगरा और एटा रूटों के लिए इन बसों में सवारियों को बिठाया जा रहा है। रेलवे स्टेशन के आसपास की सड़क का एक हिस्सा तो प्रतिदिन रात आठ बजे के बाद व्यस्त हो जाता है। रात 10:30 बजे तक यहां डग्गामार बसों में दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद की सवारियों को ले जाता है। दबी जुबान में रोडवेज के कर्मचारी डग्गामार बसों से परेशानी तो बताते हैं, लेकिन खुलकर विभाग द्वारा कभी विरोध नहीं किया गया। विभाग की मानें तो प्रतिमाह लगभग डग्गामारों की वजह से विभाग को 50 से 80 हजार रुपये का टिकट का नुकसान होता है। किसी भी रूट पर नहीं है निर्धारण

शहर से संचालित होने वाली डग्गामार बसों को लेकर किसी भी रूट का निर्धारण नहीं किया गया। मनमाने ढंग से ट्रैवल एजेंसी का संचालन करा उनसे संबद्ध बसों को मनमाने रूटों पर दौड़ाया जा रहा है। पूरे शहर में विभाग द्वारा एक भी ऐसा स्थान नहीं है जिसे इन बसों के स्टैंड के नाम से घोषित किया गया हो। मनमाने ढंग से मुख्य सड़कों ही इन बसों को खड़ा कराया जा रहा है। ईशन नदी तिराहा बड़ा अड्डा

शहर का ईशन नदी तिराहा डग्गामार बसों के संचालन का सबसे बड़ा अड्डा है। सुबह छह बजे से तिराहा पर बसें खड़ी हो जाती हैं। कई बार तो यातायात सिपाही और होमगार्ड के जवानों की देखरेख में इनकी रवानगी होती है। इन बसों के खडे़ होने से सड़क का मुख्य हिस्सा पूरी तरह से व्यस्त हो जाता है। जिससे दूसरे वाहन चालकों को सड़क पार करने में परेशानी होती है। यातायात पुलिस द्वारा इनके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं कराई गई। अब तक 110 छोटे-बडे़ वाहनों पर कार्रवाई हो चुकी है। डग्गामार बसों के खिलाफ भी कार्रवाई कराई जाएगी। शहर की किसी भी मुख्य सड़क पर यदि मनमानी मिलती है तो उन वाहनों के खिलाफ भी चालान की कार्रवाई कराई जाएगी।

लक्ष्मण प्रसाद, एआरटीओ


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