अवकाश पर रहे चिकित्सक, इलाज को भटके मरीज
जिला अस्पताल विशेषज्ञ चिकित्सक की कमी से जूझ रहा है। दो अवकाश पर तो एक विशेषज्ञ चिकित्सक न्यायिक कार्य की वजह से बाहर गए थे। मरीजों को इलाज नहीं मिलने से वह निराश होकर लौट गए।
जासं, मैनपुरी: जिला अस्पताल विशेषज्ञ चिकित्सक की कमी से जूझ रहा है। वहीं आएदिन चिकित्सकों की अनुपस्थिति मरीजों की मुश्किल बढ़ा रही है। शनिवार को तीन चिकित्सकों के जिला अस्पताल में मौजूद न रहने से मरीजों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ा। काफी देर तक इधर-उधर भटकने के बाद मरीज निराश होकर घरों को लौट गए।
मौसम में बदलाव की वजह से सबसे ज्यादा त्वचा रोग से संबंधित मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। शनिवार सुबह अस्पताल खुलने के साथ ही मरीजों की यहां लाइन लग गई। मरीज इलाज के इंतजार में काफी देर तक जमे रहे। काफी देर तक इंतजार करने के बाद पता चला कि त्वचा रोग विशेषज्ञ डा. गौरांग गुप्ता महीने भर के लंबे अवकाश पर हैं। अब वे अप्रैल में ही ड्यूटी पर आएंगे।
उधर, पेट दर्द, बुखार और अन्य दूसरी समस्याओं के मरीजों के सामने भी समस्या खड़ी हो गई। वरिष्ठ फिजीशियन डा. जेजे राम न्यायिक कार्य की वजह से बाहर गए हुए थे। बाल रोग विशेषज्ञ डा. डीके शाक्य भी अचानक अवकाश पर चले गए। ऐसे में बच्चों को भी उपचार नहीं मिल सका। ज्यादातर तीमारदार अपने मरीजों को विशेषज्ञों की अनुपस्थिति की वजह से प्राइवेट अस्पतालों में लेकर उपचार दिलाने पहुंचे। नहीं बैठते हैं चिकित्सक
सामान्य दिनों में भी विशेषज्ञ चिकित्सक अपने कमरों में बैठने के बजाय कैंपस में जहां-तहां रहते हैं। ऐसे में मरीजों को देर तक चिकित्सकों के कमरों में उनका इंतजार करना पड़ता है।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। सभी चिकित्सकों को निर्देश दिए गए हैं कि उन्हें अब सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक अपने कमरों में बैठकर मरीजों को उपचार देना होगा। कमरों से गायब रहने वाले चिकित्सकों से लिखित में स्पष्टीकरण लिया जाएगा।
डा. अशोक कुमार
कार्यवाहक सीएमएस, जिला अस्पताल।