राम मंदिर मुद्दे पर देरी कर रहा सुप्रीम कोर्ट
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने लोकसभा चुनाव से पहले अध्यादेश लाकर मंदिर निर्माण कराने की जताई इच्छा।
भोगांव, जागरण संवाददाता : राम मंदिर के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट को तेजी दिखानी चाहिए। कोर्ट में हो रही देरी से देश की जनता के साथ अन्याय हो रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू कराने के लिए सरकार को लोकसभा में अध्यादेश लाना चाहिए।
यह कहना है उन्नाव के भाजपा सांसद डॉ. सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज का। वह शुक्रवार को क्षेत्र के गांव बरौली में आयोजित स्वामी अवधेशानंद की श्रद्धाजंलि सभा में भाग लेने आए थे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का चुनाव से कोई लेना देना नहीं है। लेकिन देश की जनता और साधू संतों की इच्छा है कि 2019 के चुनाव से पहले अयोध्या में मंदिर निर्माण शुरू होना चाहिए। विश्व ¨हदू परिषद के अयोध्या में होने वाले सम्मेलन में भाग लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन सरकार पर दवाब बनाने के लिए है। सांसद ने कहा कि सरकार और पार्टी रामलला के साथ है। लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की चुनौती के सवाल पर उन्होंने कहा कि उप चुनाव और आम चुनाव में अंतर होता है। मोदी के नाम पर एक बार फिर भाजपा प्रदेश में जोरदार प्रदर्शन करेगी। सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के मामले में हो रही देरी पर साक्षी महाराज ने कहा कि कई मामलों में कोर्ट ने तेजी दिखाई लेकिन राम मंदिर के मुद्दे पर हो रही देरी स्वीकार नहीं है। लोकसभा में सरकार अध्यादेश लाकर मंदिर निर्माण का रास्ता खोले। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव में भाजपा सरकार बनने का उन्होंने दावा किया। इस दौरान विधायक रामनरेश अग्निहोत्री, भाजपा ओबीसी मोर्चा की प्रदेश मंत्री ममता राजपूत, कलक्टर ¨सह राजपूत, खुशीराम राजपूत, सोनेलाल वर्मा, स्वामी विवेकानंद सरस्वती, विजय ¨सह वैश, महाराज ¨सह लोधी, अवनीश राजपूत आदि मौजूद रहे। पूरी दुनिया मानती है मोदी का लोहा: भाजपा के उन्नाव लोकसभा सीट से सांसद सच्चिदानंद डॉ. हरि साक्षी महाराज का शुक्रवार की दोपहर नवीगंज सीमा पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। यहां कुछ देर ठहरे साक्षी महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आलोचक भले ही कुछ कहें लेकिन आज पूरी दुनिया मोदी का लोहा मानती है। सिर्फ भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसमें बूथ अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है और चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री। वरना दूसरी पार्टियां तो परिवार से ही बाहर नहीं निकल पाई हैं।