एक करोड़ का सोलर प्लांट दो साल में खराब
सूरज की रोशनी से अंधेरा दूर हो सके इसके लिए वार्ड महमूदनगर में लगभग 1.11 करोड़ रुपये की लागत से सोलर पावर प्लांट स्थापित कराया गया लेकिन दो साल में ही करोड़ों की लागत से बना प्लांट दम तोड़ गया। देखरेख के अभाव में ध्वस्त हुई व्यवस्था को दोबारा दुरुस्त कराने को सभासद के स्तर से किए गए प्रयास भी बेअसर ही रहे।
मैनपुरी (जागरण संवाददाता) । शाम होते ही गलियां रोशन करने को महमूदनगर में लगाया गया सोलर प्लांट दो साल में ही खराब हो गया। इस प्लांट से पूरे वार्ड में करीब दो साल लाइट कनेक्ट थीं।
महमूदनगर में ये प्लांट विशेष योजना के तहत वर्ष 2017 में लगाया गया था। इस पर करीब 1.11 करोड़ की लागत आई थी। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि कुछ दिन तो स्ट्रीट लाइट से गलियां रोशन रहीं, मगर अब लंबे समय से यह प्लांट खराब है। सभासद फूलबहार का कहना है कि उन्होंने कई बार पालिका प्रशासन को लिखित शिकायत की। सुनवाई न हुई तो उच्चाधिकारियों को भी पत्र भेजे। तीन अन्य वार्डों में लगे हैं प्लांट
महमूदनगर के अलावा वार्ड दरीबा, मुहल्ला अग्रवाल और गोला बाजार में भी इसी क्षमता के सोलर प्लांट स्थापित कराए गए थे। सभासदों का कहना है कि ये प्लांट भी आए दिन खराब ही रहते हैं। ज्यादातर बल्ब तो बेकार हो चुके हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही। 'प्लांट में तकनीकी खराबी थी, जिसे विशेषज्ञ की मदद से दुरुस्त कराया गया था। बाद में कोई खराबी आई तो उसकी जानकारी नहीं दी गई। यदि समस्या है तो उसे भी दिखवाया जाएगा। '
मनोज रस्तोगी, अधिशासी अधिकारी
नगर पालिका परिषद, मैनपुरी।