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संदिग्ध की पहचान को एसआइटी ने बाहर भेजे फुटेज

छात्रा दुष्कर्म हत्याकांड डीसीआरबी के माध्यम से अन्य जिलों में भेजी गई संदिग्ध की तस्वीरें 11 जनवरी को हाई कोर्ट में होनी है सुनवाई

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Jan 2022 06:32 AM (IST)Updated: Fri, 07 Jan 2022 06:32 AM (IST)
संदिग्ध की पहचान को एसआइटी ने बाहर भेजे फुटेज
संदिग्ध की पहचान को एसआइटी ने बाहर भेजे फुटेज

जासं, मैनपुरी : छात्रा दुष्कर्म कांड की जांच कर रही एसआइटी संदिग्धों की पहचान के प्रयास में जुट गई है। डीसीआरबी के माध्यम से संदिग्ध की तस्वीरें प्रदेश के अन्य जिलों में भेजी गई हैं। पंपलेट के जरिए पहचान कराने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले को लेकर 11 जनवरी को उच्च न्यायालय में सुनवाई होनी है। एक युवक के नार्को टेस्ट कराने को लेकर विचार किया जा रहा है।

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छात्रा दुष्कर्म कांड को सवा दो साल से अधिक का समय बीत चुका है। उच्च न्यायालय की सख्ती के बाद मामले की जांच नई एसआइटी को सौंपी गई है। नई एसआइटी को भी जांच करते हुए तीन माह से अधिक का समय बीत चुका है। नई एसआइटी ने विद्यालय में लगे सीसीटीवी का डाटा रिकवर करने का प्रयास शुरू कर दिया है। इस दौरान मिले कुछ फुटेज के आधार पर एक संदिग्ध युवक विद्यालय परिसर के अंदर दिखाई दे रहा है। यह युवक कौन है, इस बात की जानकारी विद्यालय प्रशासन को नहीं है। एसआइटी ने संदिग्ध की पहचान कराने का प्रयास शुरू कर दिया।

सूत्रों के अनुसार एसआइटी ने डीसीआरबी की माध्यम से संदिग्ध की तस्वीरें प्रदेश के अन्य जिलों में भेजी हैं। आसपास के जिलों में भी तस्वीरें भेजे जाने की योजना है। संदिग्ध के पंपलेट तैयार कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही समाचार पत्रों में फोटो प्रकाशित कर पहचान का प्रयास किया जा रहा है। उच्च न्यायालय में इस मामले की सुनवाई के लिए 11 जनवरी की तारीख निर्धारित है। हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिए एसआइटी ने तैयारी शुरू कर दी है। तत्कालीन एसपी, एएसपी, सीओ व अन्य के बयान दर्ज किए जाने की भी तैयारी है। वहीं संदेह के आधार पर एक युवक का नार्को टेस्ट कराए जाने पर भी एसआइटी विचार कर रही है। 70 लोगों के डीएनए का मिलान होना बाकी

जासं, कानपुर: छात्रा हत्याकांड में अभी 70 और संदिग्धों के डीएनए का मिलान होगा। 700 लोगों की डीएनए की जांच कराई गई थी, अब तक किसी के डीएनए का मिलान नहीं हुआ है।

एडीजी भानु भाष्कर ने उन मीडिया रिपोर्ट का खंडन किया है, जिसमें सीओ व एसओ को दोषी करार देने की बात कही गई थी। एडीजी ने बताया कि तत्कालीन सीओ व एसओ को दोषी मानते हुए ही उन्हें निलंबित किया गया था। उनके खिलाफ विभागीय जाच वह कर रहे हैं। कुछ समय पहले ही उन्हें जाच मिली है। अभी तो निलंबन से पहले हुई जाच रिपोर्ट मागी गई है।


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