सर्वर में खामी से स्थगित हुआ स्कूल आवंटन
डायट पर शुक्रवार को दूसरे दिन आनलाइन आवंटन की प्रक्रिया शुरू हुई। शाम को काम बंद होते ही स्थानान्तरित शिक्षक निराश लौटे।
संसू, भोगांव, मैनपुरी : अन्तर जनपदीय स्थानान्तरण पर आए शिक्षकों को स्कूल में तैनाती के लिए फिलहाल इंतजार करना होगा। विभागीय वेबसाइट में आई तकनीकी खामी के चलते दूसरे दिन आनलाइन स्कूल आवंटन की प्रक्रिया शुरू होने के कुछ देर बाद स्थगित कर दी गई। अब शासन स्तर से निर्देश मिलने पर दोबारा आवंटन होने की संभावना है।
जिले के परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में प्रदेश के विभिन्न जिलों से स्थानान्तरित होकर आए 254 शिक्षकों को तैनाती के लिए लगातार दूसरे दिन डायट पर बुलाया गया। गुरुवार को शासन से वरिष्ठता सूची न आ पाने के चलते काम बाधित रहा। शुक्रवार की सुबह वरिष्ठता सूची व स्कूलों का ब्योरा चस्पा करने के बाद डायट पर आनलाइन स्कूल आवंटन का काम शुरू कराया गया। बीएसए विजय प्रताप सिंह की मौजूदगी में पटल प्रभारी सोबरन सिंह, प्रदीप चौहान, दीपक शाक्य, राघवेंद्र द्विवेदी की टीमों ने स्कूल आवंटन के लिए वरीयता के आधार पर दिव्यांग व महिला शिक्षकों को आनलाइन आवंटन शुरू किया। वेबसाइट में तकनीकी खामी आने से शाम चार बजे अचानक स्कूल आवंटन का काम स्थगित कर दिया गया। बीएसए विजय प्रताप सिंह ने बताया कि शासन स्तर से हो रही खामी के चलते स्कूल आवंटन अग्रिम आदेशों तक स्थगित रहेगा। उन्होंने बताया कि तकनीकी खामी दूर होने के बाद शासन स्तर से रजामंदी देकर जिले में आने वाले शिक्षकों को स्कूल आवंटित किए जाएंगे। प्रधानाचार्य छात्रवृत्ति का डाटा जल्द ठीक कराएं
जासं, मैनपुरी : छात्रों द्वारा आनलाइन भरे गए छात्रवृत्ति डाटा में खाते से आधार लिक नहीं होने से सैंकड़ो विद्यार्थियों को सरकार की वित्तीय मदद नहीं मिल पा रही है। समाज कल्याण और पिछड़ा वर्ग कल्याण ने ऐसे विद्यार्थियों की सूची विभाग को उपलब्ध कराई है। ऐसे में प्रधानाचार्य विद्यार्थियों का डाटा सुधरवाकर विभाग को उपलब्ध कराएं। सीडीओ ने भी इस काम में लापरवाही पर नाराजगी जताई है।
यह निर्देश डीआइओएस मनोज कुमार वर्मा ने जिले के राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, स्ववित्त पोषित मान्यता प्राप्त हाईस्कूल, इंटर कालेज व महाविद्यालय के प्रधानाचार्यो और प्राचार्यों को दिए हैं। पत्र भेजकर कहा है कि तमाम विद्यालय और महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं के आनलाइन भरे गए छात्रवृत्ति डाटा में ज्यादातर के आधार नंबर बैंक खाते से लिक न होने के कारण छात्रवृत्ति उनके खातों में स्थानांतरित नहीं हो पा रही है।
डीआइओएस का कहना है कि इस तरह का संदर्भित डाटा उनके कार्यालय को जिला समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने उपलब्ध कराया है। ऐसे में सभी प्रधानाचार्य और प्राचार्य अपने विद्यालयों के छात्र-छात्राओं का डाटा कार्यालय सहायक योगेन्द्र शुक्ला से प्राप्त कर लें और डाटा संशोधित कराकर पटल सहायक के अलावा जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को उपलब्ध करा सकते हैं।