33 हजार विद्यार्थियों का छात्रवृत्ति डाटा अटका
शिक्षण संस्थानों की उदासीनता से फंसा अग्रसारित करने का काम पूर्व दशम और दशमोत्तर छात्रवृति के आवेदन लंबित हो सकता है संकट
जासं, मैनपुरी: प्रदेश सरकार गरीब तबके के सभी वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मुहैया कराती है। इसके लिए विद्यार्थी आनलाइन आवेदन करते हैं। शिक्षण संस्थाएं ऐसे आवेदनों को परीक्षण करने के बाद अग्रसारित करती हैं, इसके बाद यह डाटा समाज कल्याण निदेशालय को जाता है। विभागीय वेबसाइट पर 33 हजार से अधिक विद्यार्थियों का डाटा अग्रसारित करते को लंबित है। इसमें पूर्व दशम के करीब 4400 और दशमोत्तर के 28000 विद्यार्थियों का ऐसा डाटा अग्रसारित करने को लंबित है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी डा. इंद्रा सिंह ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 में पूर्वदशम, दशमोत्तर छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के तहत आवेदन करने की तिथि तय की गई हैं। इसके बाद भी तमाम शिक्षण संस्थानों ने आवेदन अग्रसारित नहीं किए हैं। छात्रवृत्ति के पोर्टल से स्पष्ट है कि विद्यार्थियों द्वारा किए गए आवेदन पत्रों के सापेक्ष शैक्षणिक संस्थान द्वारा छात्रवृत्ति डाटा को परीक्षण करने के उपरांत अग्रसारित किए जाने की कार्रवाई तेज गति से नहीं की जा रही है। इस वजह से सैकड़ों विद्यार्थियों का डाटा पोर्टल पर लंबित नजर आ रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों के छात्रवृति से वंचित रहने पर संबंधित शिक्षण संस्था उत्तरदाई होगी।
पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों के आवेदन सर्वाधिक लंबित: पूर्व दशम छात्रवृत्ति और दशमोत्तर छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति योजना में हजारों विद्यार्थियों के आवेदन पोर्टल पर लंबित हैं। इनमें पिछड़ी जाति के सर्वाधिक हैं। अब एक बार फिर जिला समाज कल्याण अधिकारी डा. इंद्रा सिंह ने सभी शिक्षण संस्थानों को इस काम को तेजी से पूरा करने को कहा है।
पूर्व दशम योजना: वर्ग, पोर्टल पर प्रदर्शित कुल आवेदन, शिक्षण संस्था द्वारा अग्रसारित, लंबित
अनुसूचित जाति, 5375, 4299, 1076
सामान्य वर्ग, 1713, 1405, 304
पिछड़ा वर्ग, 15059, 12148, 2911
अल्पसंख्यक, 790, 652, 135
दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति
अनुसूचित जाति, 11455, 5527, 5928
सामान्य वर्ग, 6647, 3085, 3562
पिछड़ा वर्ग, 35178, 16684, 18494
अल्पसंख्यक, 1842, 872, 970