रोडवेज परिचालक और गर्भवती संक्रमित
एक्टिव पाजिटिव की संख्या बढ़कर हुई 25 बढ़ाई गई सैंपलिग
जासं, मैनपुरी : होली के बाद कोरोना अब तेजी से पैर पसारने लगा है। रोडवेज परिचालक और गर्भवती महिला में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद दोनों को एल-2 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिले में एक्टिव पाजिटिव की संख्या बढ़कर 25 पहुंच गई है। बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिग भी बढ़ा दी है।
कोरोना के प्रति बरती जा रही लापरवाही अब दोबारा भारी पड़ने लगी है। जिले में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को कुरावली थाना क्षेत्र के गांव विशुनपुर में 23 वर्षीय रोडवेज परिचालक में संक्रमण की पुष्टि हुई। युवक को तबियत में सुधार नजर नहीं आ रहा था। जांच कराने पर पाजिटिव मिला। बिगड़ती सेहत को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों ने परिचालक को भर्ती किया है।
सोमवार को ही जिला अस्पताल की इमरजेंसी में अपनी स्वास्थ्य जांच कराने पहुंची कुर्रा थाना क्षेत्र के गांव मकियानी निवासी 21 वर्षीय गर्भवती की भी एंटीजेन जांच कराई गई, जिसमें महिला संक्रमित पाई गई। महिला को भी एल-2 में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा मुहल्ला महमूदनगर में एक वर्षीय बालक और धारऊ में युवक को भी संक्रमण मिला है। जिले में एक्टिव पाजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 25 पहुंच गई है। ठीक होने के बाद 21 वर्षीय एक युवक को रविवार की शाम एल-2 अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
सीएमओ डा. एके पांडेय का कहना है कि मरीजों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए सैंपलिग भी बढ़ा दी गई है। प्रतिदिन लगभग 1500 से 1600 सैंपल कराए जा रहे हैं। लोगों से अपील की गई है वे मास्क का इस्तेमाल करें। वीडियो कांफ्रेंसिग से होगा विचाराधीन बंदियों का रिमांड
जासं, मैनपुरी: कोविड-19 के फिर से बढ़ते संक्रमण को लेकर सजगता बढ़ गई है। न्यायालय इसको लेकर गंभीर है। उच्च न्यायालय से मिले निर्देशों के बाद दीवानी अदालतों की कार्य प्रणाली में बदलाव किया गया है, ताकि वादकारी, अधिवक्ता और दीवानी कर्मियों को संक्रमण की चपेट में आने से बचाया जा सके।
जिला जज तेज प्रताप तिवारी द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि न्यायालय खुलने से पहले और बंद होने के पश्चात न्यायालय कक्षों और पूरे परिसर का सैनिटाइजेशन कराया जाए। इसके साथ ही वादकारियों को भी कोविड-19 के निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। निर्देश दिए गए हैं कि वादकारी आवश्यक मामलों में ही न्यायालय में उपस्थित हो। कार्य समाप्त होते ही न्यायालय परिसर से बाहर चले जाएं।
कोविड-19 के चलते सामान्य विचारण के मामले में साक्ष्य की कार्रवाई स्थगित रहेगी। अन्य न्यायिक कार्य चलते रहेंगे। इसके साथ ही विचाराधीन बंदियों का रिमांड और अन्य न्यायिक कार्य वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए संपन्न कराए जाएंगे। समस्त वादों में नियत तिथियों की जानकारी न्यायालय की वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी।
इसके साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में मध्यस्थता एवं सुलह समझौता केंद्र के सभी मुकदमों की सुनवाई रोक दी गई है। इन मामलों के पक्षकारों को निर्देश दिया गया है कि वे आगामी आदेशों तक सुलह समझौता केंद्रों में उपस्थित नहीं होंगे। यहां के मामलों में सामान्य तिथि नियत की जाएगी, जिसकी सूचना भी उपलब्ध कराई जाएगी।