परिवहन निगम की बसों में स्कैनिग हुई लॉक, जिम्मेदार मौन
मैनपुरी जासं। शासन से लेकर प्रशासन तक सभी शारीरिक दूरी पर जोर दे रहे हैं। डब्ल्यूएचओ भी कहता है कि दूरी बनी रही तो कोरोना भी दूर रहेगा लेकिन परिवहन विभाग इससे इत्तेफाक नहीं रखता। रोडवेज की बसों में शारीरिक दूरी और थर्मल स्कैनिग पूरी तरह से लॉक हो चुकी है। सख्त आदेश हैं कि सिर्फ स्टेशन से ही सवारियों को उठाया जाएगा लेकिन चालक-परिचालक मनमाने ढंग से बीच रास्तों से सवारियों को बिठा रहे हैं। मंगलवार को रोडवेज बसों में चालक-परिचालकों की लापरवाही जगह-जगह देखने को मिली।
दृश्य एक : शहर के ईशन नदी तिराहा पर भीड़ देख बस चालक ने ब्रेक लगा दिया। परिचालक ने बगैर सुरक्षा मानकों की पड़ताल किए इंतजार कर रहे लोगों को सामान समेत बस में बिठाया और चल दिए।
²श्य दो : शहर के भांवत चौराहा की स्थिति भी जुदा नहीं थी। यहां सड़क किनारे परिवार को खड़ा देख परिचालक ने बस रुकवाई। संक्रमण की परवाह किए बगैर सवारियों को बस में बिठा लिया।
जासं, मैनपुरी: शासन से लेकर प्रशासन तक सभी शारीरिक दूरी पर जोर दे रहे हैं। डब्ल्यूएचओ भी कहता है कि दूरी बनी रही तो कोरोना भी दूर रहेगा, लेकिन परिवहन विभाग इससे इत्तेफाक नहीं रखता। रोडवेज की बसों में शारीरिक दूरी और थर्मल स्कैनिग पूरी तरह से लॉक हो चुकी है। सख्त आदेश हैं कि सिर्फ स्टेशन से ही सवारियों को उठाया जाएगा, लेकिन चालक-परिचालक मनमाने ढंग से बीच रास्तों से सवारियों को बिठा रहे हैं। मंगलवार को रोडवेज बसों में चालक-परिचालकों की लापरवाही जगह-जगह देखने को मिली।
सुबह नहीं होती थर्मल स्कैनिग
सुबह चार बजे से बसों की आवाजाही शुरू हो जाती है, लेकिन स्टेशन पर सुबह के समय जांच की व्यवस्था ठप रहती है। आठ बजे तक रवाना होने वाली बसों में सवारियों की थर्मल स्कैनिग नहीं होती। वे बिना जांच के ही बेखौफ सफर करते हैं।
चालक-परिचालक नहीं पहनते मास्क: बसों में चालक और परिचालकों द्वारा मास्क से परहेज की जा रही है। ज्यादातर कर्मचारी बिना मास्क के ही बसों का संचालन कर रहे हैं। इतना ही नहीं, बीच रास्ते से बैठने वाली सवारियों को भी बगैर मास्क के ही बिठा लिया जाता है।
ये है स्थिति: बस स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार मैनपुरी डिपो से अब तक लगभग पांच हजार सवारियां अलग-अलग रूटों के लिए रवाना हो चुकी हैं। जबकि रोजाना गैर जिलों से होकर आने वाली दो दर्जन बसें यहां ठहरती हैं।
संक्रमण को रोकने के लिए कोविड हेल्प डेस्क बनवाई गई है, जहां कर्मचारियों की ड्यूटी है। जो प्रत्येक सवारी की थर्मल स्कैनिग करने के साथ हाथों को सैनिटाइज कराने के बाद ही बसों में बैठाते हैं। निगरानी के लिए सीसीटीवी के प्रबंध भी कराए गए हैं। बीच रास्ते में बसों को रोकने की मनाही है। यदि ऐसा है तो इसकी जांच कराई जाएगी। पवन श्रीवास्तव, एआरएम, मैनपुरी डिपो।