फिर जोर पकड़ने लगा कोरोना, चार पाजिटिव मिले
मैनपुरी जासं। भले ही सूबे के ज्यादातर जिलों में कोरोना की रफ्तार कुंद पड़ गई हो लेकिन मैनपुरी में वायरस दोबारा जोर पकड़ने लगा है। चौबीस घंटे में चार नए केस सामने आने के बाद प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।
जासं मैनपुरी: भले ही सूबे के ज्यादातर जिलों में कोरोना की रफ्तार कुंद पड़ गई हो, लेकिन मैनपुरी में वायरस दोबारा जोर पकड़ने लगा है। चौबीस घंटे में चार नए केस सामने आने के बाद प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।
जिले में कोरोना की स्थिति पूरी तरह से काबू में नहीं थी। शासन की सूची के अनुसार जिले में 38 एक्टिव केस हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग हालातों को पूरी तरह से काबू में होने का दावा कर रहा है। लेकिन, स्थिति चिताजनक होने लगी हैं। चौबीस घंटे में चार नए केस फिर से सामने आए हैं। शहर के अलावा बेवर, सुल्तानगंज और जागीर में एक-एक मरीज सामने आया है। इनमें शहर का केस अभी तक स्वास्थ्य विभाग की पकड़ में नहीं आया है। रिकार्ड में पूरा पता व सही मोबाइल नंबर न होने की वजह से इसे तलाशने में दिक्कत आ रही है। जिले से एक्टिव केस की संख्या बढ़कर अब 42 हो गई है। सीएमओ डा. पीपी सिंह का कहना है कि सभी संक्रमितों को होम आइसोलेट किया गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और कोविड प्रोटोकाल का पालन करें। आक्सीजन प्लांट बनकर तैयार, मशीनों का इंतजार
संसू, भोगांव : कोरोना संक्रमण के दौरान आक्सीजन की उपलब्धता बनाए रखने के लिए कस्बा में आक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो गया है। मशीनों के न आने के चलते इसका संचालन नहीं हो पा रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना मरीजों के लिए एल-1 अस्पताल का संचालन होता रहा है। इस अस्पताल में आक्सीजन की उपलब्धता को लेकर नया प्लांट स्थापित कराया जा रहा है। प्लांट की स्थापना के लिए नई बिजली लाइन व पाइप लाइन की फिटिग का काम पूरा हो चुका है। अब केवल गैस मशीनों का इंतजार है। लेकिन, कार्यदायी संस्था द्वारा मशीनें मंगाने में देरी की जा रही है। इसके चलते प्लांट का संचालन भी लगातार आगे बढ़ता जा रहा है।
डीएम महेंद्र बहादुर सिंह कई बार इस प्लांट का निरीक्षण कर जल्द मशीनें स्थापित कराने का निर्देश दे चुके हैं। सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. अमित भारती ने बताया कि कार्यदायी संस्था के जिम्मेदारों से संपर्क कर जल्द मशीनें लगाने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि एल-1 अस्पताल में पीकू वार्ड के लिए सभी सुविधाएं जुटा ली गई हैं। आक्सीजन प्लांट शुरू होते ही यहां पर आक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति मिलेगी।