याद आए बोस, युवाओं ने किया नमन
अभाविप ने पदयात्रा निकाल सुनाई गाथा एनजीओ के सदस्यों ने रोपे पौधे
जासं, मैनपुरी : आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती जिलेभर में युवाओं व संगठनों द्वारा अलग-अलग अंदाज में मनाई गई। सभी ने उनकी गौरव गाथा सुना उन्हें नमन किया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने रविवार की दोहपर कचहरी रोड स्थित जिला कार्यालय पर गोष्ठी का आयोजन किया। जिला संगठन मंत्री विश्वेंद्र ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिद फौज की स्थापना की थी। उनकी फौज के आगे ब्रितानिया हुकूमत ने भी कुछ दिनों के लिए घुटने टेक दिए थे। आजादी की क्रांतिगाथा में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
इससे पूर्व कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। गोष्ठी के बाद कार्यालय से पदयात्रा निकालते हुए घंटाघर चौराहा पर पहुंचे। यहां सामूहिक रूप से स्थानीय लोगों को नेताजी के बारे में जानकारी देकर उन्हें नमन किया। इस मौके पर प्रांत सहमंत्री आदर्श गुप्ता, जिला संयोजक गौरव प्रताप सिंह, जिला प्रमुख ललित, रजत गौड़, आकाश, मयंक, जयपाल, सर्वजय, अभिषेक, निशांत, ऋषिपाल, रुद्राक्ष आदि उपस्थित थे।
विवेकानंद युवा सेवा समिति द्वारा जयंती पर पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन कराया गया। समिति के सदस्यों ने देवी रोड और आश्रम रोड पर सार्वजनिक स्थानों पर 11 पौधे रोपित कर उनकी देखभाल का संकल्प लिया। इस मौके पर राजीव गुप्ता, अंकुश श्रीवास्तव, पवन चौहान, आरिफ उल्लाह खां, शिवम सोती, अरुण प्रताप सिंह, मनीश यादव, दीपक गुप्ता आदि सदस्य उपस्थित थे।
कस्बों में भी किया गया नेताजी को याद: कस्बा करहल में पुराना थाना रोड निवासी दिनेश चंद्र दुबे के आवास पर वेलफेयर सोसायटी द्वारा सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई। यहां उनके जीवन पर चर्चा करते हुए उनकी शौर्य गाथा का बखान किया गया। बाद में सभी उनके चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस मौके पर आशीष दुबे, गौरव दुबे, राहुल दुबे, प्रकांड दुबे, प्रबुद्ध दुबे, संतोष, अनिल, कमलेश शर्मा, अनुज शर्मा आदि उपस्थित थे। बेवर में शहीद स्मृति मेला, सर्वजन विकास प्रदर्शनी का शुभारंभ: संसू, बेवर: आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कस्बा में 50वां शहीद स्मृति मेला और सर्वजन विकास प्रदर्शनी का रविवार को शुभारंभ हुआ। नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सरितकांत भाटिया और अधिशासी अधिकारी दुर्गेश कुमार सिंह ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के 125वें जन्मदिवस पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
ईओ दुर्गेश कुमार सिंह ने बताया कि देश की आजादी की लड़ाई में थाना बेवर के सामने कस्बा के क्रांतिकारी जमुना प्रसाद त्रिपाठी, सीता राम गुप्त, विद्यार्थी कृष्ण कुमार मिश्र अंग्रेजों की हुकूमत वाली पुलिस की गोलियों के शिकार होकर शहीद हो गए थे, जिनकी याद में स्वाधीनता सेनानी स्व.जगदीश नारायण त्रिपाठी ने 1972 से शहीद मेला शुरू कराया, जो लगातार प्रति वर्ष जारी है। यह अब 14 फरवरी तक चलेगा।
उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव में लागू आचार संहिता और कोविड नियमों के अनुपालन के चलते रामलीला मैदान पर नुमाइश स्थगित रहेगी। शहीदों की स्मृति में अन्य कार्यक्रम प्रति दिन आयोजित किए जाएंगे। रविवार प्रात: 10 बजे नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सरितकांत भाटिया, अधिशासी अधिकारी दुर्गेश कुमार सिंह ने सभासदों और गणमान्य जनों के साथ नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उसके बाद शहीद मेला आयोजन समिति के सभी सदस्यगण थाने के सामने शहीद समाधि स्थल और शहीद मंदिर पहुंचे, जहां पुष्पांजलि, माल्यार्पण हुआ। गांधी पार्क में गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ शहीद मेला के प्रथम दिवसीय कार्यक्रम समापन की घोषणा की गई। आरएसएस के विभाग प्रचारक वीरेन्द्र सिंह चौहान, धर्मेन्द्र सिंह अज्ञानी, राम भारद्वाज, उमेशचन्द्र यादव, सुमित सिकरवार, अशोक कुमार गुप्ता, धीरेन्द्र चौहान, रत्नेश यादव, मोनू चौहान, कैप्टन मोहन श्याम सिंह, अमित कुमार, मनमोहन सिंह शाक्य, सुभाष चन्द्र यादव, आकाश यादव, वीरपाल सिंह मौजूद रहे।
शहीदों की स्मृतियां संजोने का लिया संकल्प: शहीद मेला का शुभारंभ कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए सांकेतिक रूप में शहीद मंदिर पर स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों ने मशाल प्रज्वलित कर किया। स्वतंत्रता सेनानी वंशज शिवनारायण दीक्षित और मेला संयोजक इं. राज त्रिपाठी ने कहा कि शहीद मेला शहीदों की स्मृतियों को संजोने का संकल्प है। राजीव गुप्ता ने कहा कि इस प्रकार के मेलों से हम आने वाली पीढ़ी को देश को स्वतंत्रता दिलाने वाले अमर शहीदों के विचारों से अवगत कराते हैं। मेले में सभी कार्यक्रम और आयोजन वर्चुअल रूप में होंगे।
इस दौरान स्वतंत्रता सेनानी वंशज ग्रीश चंद्र गुप्ता, अरविद भारद्वाज, प्रशांत मिश्रा, प्रमोद पाल, राजीव चौहान, शरद कश्यप, गांधी दुबे, घनश्याम दीक्षित, निशु दीक्षित, पंकज सक्सेना, वैभव दुबे, बृजेश मिश्रा, सुरजीत शाक्य, अमर आजाद, सुनील गुप्ता, सुरजीत आर्या, आशुतोष त्रिपाठी मौजूद रहे।