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समान की पूर्व प्रधान को जमा करने होंगे 12.29 लाख रुपये

24.59 लाख रुपये का हुआ था घपला डीएम के आदेश पर पंचायत राज विभाग ने जारी किया वसूली आदेश

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 06:59 AM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 06:59 AM (IST)
समान की पूर्व प्रधान को जमा करने होंगे 12.29 लाख रुपये
समान की पूर्व प्रधान को जमा करने होंगे 12.29 लाख रुपये

जासं, मैनपुरी: किशनी ब्लाक के ग्राम पंचायत समान की पूर्व प्रधान पर आखिरकार शिकंजा कस ही गया। जिला पंचायत राज विभाग ने गबन की आरोपित पूर्व प्रधान को डीएम के आदेश पर 12.29 लाख रुपये जमा करने का आदेश दिया है। दो सचिवों से भी इतनी ही रकम की वसूली होगी। 30 दिन में धनराशि जमा नहीं कराने पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

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ग्राम सभा में विकास को मिली धनराशि को बिना काम के ठिकाने लगाने वाले पूर्व प्रधान और सचिवों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। राज्य और केंद्र वित्त के धन का बंदरबांट करने वाले ऐसे दागी पूर्व प्रधान और सचिवों से अब अंतिम जांच में तय हुई धनराशि की वसूली भी होगी। किशनी ब्लाक की ग्राम पंचायत समान की पूर्व प्रधान आरती के खिलाफ ग्रामीण और सदस्यों ने शपथ पत्र पर बीते साल ग्राम निधि की लाखों की धनराशि को बिना काम ठिकाने लगाने का आरोप लगाया था। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह के निर्देश पर तत्कालीन सीडीओ ईशा प्रिया ने जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविद कुमार समेत तीन अधिकारियों की समिति का गठन किया। समिति ने जांच के दौरान करीब 52 लाख रुपये से ज्यादा की धनराशि को ठिकाने लगाने की रिपोर्ट सौंपी थी।

अंतिम जांच में तय हुए आरोप

पहली जांच को पूर्व प्रधान आरती ने चुनौती दी तो प्रशासन ने अंतिम जांच के लिए तत्कालीन डीएचओ अनीता सिंह और तीन अधिकारियों की समिति बनाई। समिति ने जांच में इस घपले को 24.59 लाख रुपये का बताकर जांच सौंपी थी।

यह आरोप मिले थे सही

अंतिम जांच को बनी समिति को मौके पर काम नहीं मिले। इनमें ग्राम समान में चार काम थे, जिनको कराने के लिए ग्राम निधि से करीब 6.50 लाख रुपये निकाले गए, मौके पर कई काम नहीं मिले, कुछ अधूरे थे, जबकि मिट्टी के काम कराए नही गए। हिदूपुर में दो कामों के नाम पर करीब 3.50 लाख की धनराशि निकाली गई, यह काम भी नहीं मिले। रम्पुरा में एक काम को 1.27 लाख रुपये निकाले गए, लेकिन मौके पर नाली नहीं मिली। इसके अलावा ऐसे और भी काम थे, जो धनराशि निकालने के बाद कराए नहीं गए।

इनसे भी होगी वसूली-

पूर्व प्रधान आरती से 12.29 लाख रुपये की वसूली होगी। जबकि सचिव जितेंद्र से 11.29 लाख रुपये की धनराशि वसूली जाएगी। एक काम मौके पर नहीं मिलने पर एक अन्य सचिव ब्रजवीर से भी करीब एक लाख की धनराशि वसूली जाएगी। समान की पूर्व प्रधान और दो सचिवों पर अंतिम जांच में 24.59 लाख रुपये का घपला साबित हुआ है। डीएम के आदेश पर वसूली का आदेश भेजा गया है, तीस दिन का समय दिया गया है। धनराशि जमा नहीं कराने पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

-स्वामीदीन, जिला पंचायत राज अधिकारी।


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