कई कॉलेजों की मान्यता पत्रावलियां गायब
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: अधूरे संसाधन के जरिए कॉलेज संचालन पर अड़चन आते देख संचालकों ने मान्यता की प
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: अधूरे संसाधन के जरिए कॉलेज संचालन पर अड़चन आते देख संचालकों ने मान्यता की पत्रावलियां ही जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से गायब करा दीं। इनमें तीन पत्रावलियां तो उन तीन कॉलेजों की हैं, जिन्हें बगैर भवन के ही मान्यता दे दी गई।
वर्ष 2014 में जिन कॉलेजों की बोर्ड से मान्यता हुई थीं उनमें से आधा दर्जन कॉलेज की पत्रावली जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में नहीं हैं। ये पत्रावली गायब करने के पीछे शिक्षा माफिया की मंशा नियमों को पूरा नहीं किया है। अधिकांश कॉलेजों ने बिना मानकों को पूरा किए मान्यता प्राप्त कर ली थी। ऐसे में अगर पत्रावली कार्यालय में रहती तो वे कभी भी फर्जी दस्तावेज लगाने के मामले में फंस सकते थे। किसी तरह ये पत्रावली या तो जमा नहीं की गईं या फिर बाद में इन्हें कार्यालय से गायब कर दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि जिन कॉलेजों की पत्रावली गायब हैं, उनमें से तीन कॉलेजों के भवन ही नहीं बने हैं। जिन पर पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक जीएस राजपूत द्वारा मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई भी की गई है। अब देखना ये है कि विभाग इन पत्रावलियों को वापस लाने के लिए क्या करता है।
यह है मान्यता की व्यवस्था
नए कॉलेज की मान्यता के लिए आवेदन किया जाता है तो अभिलेखों की दो पत्रावली तैयार कर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जमा कराई जाती हैं। इसमें से एक पत्रावली अधिकारी की संस्तुति के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद को भेज दी जाती है। दूसरी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में रिकार्ड के लिए रह जाती है। परिषद से संस्तुति के बाद कॉलेज को मान्यता का प्रमाण-पत्र दिया जाता है। अधिकारी कहिन
मैंने बुधवार को ही कार्यभार ग्रहण किया है। अगर कॉलेजों की मान्यता पत्रावलियां कार्यालय से गायब हैं तो मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
सर्वेश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक, मैनपुरी।