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सौतियाना मुहल्ला से होता रहा सौतेला व्यवहार

वार्ड नंबर 16 के लोग सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। झूठे आश्वासनों का सभासद पर आरोप लग रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 04:12 AM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 04:12 AM (IST)
सौतियाना मुहल्ला से होता रहा सौतेला व्यवहार
सौतियाना मुहल्ला से होता रहा सौतेला व्यवहार

जासं, मैनपुरी: वार्ड नंबर 16 सौतियाना, सभासद के सौतेलेपन का शिकार है। आश्वासन तो खूब मिले, लेकिन सुविधाओं के नाम पर जिम्मेदार नजरें चुराते रहे। गलियों का अधूरा निर्माण और कूड़ा निस्तारण न होना यहां की सबसे बड़ी समस्या है। सड़कों का निर्माण और अन्य सुविधाएं मुहैया कराने में नियमों का अड़ंगा आडे़ आ रहा है। जरूरी स्थानों पर कूड़ेदान नहीं रखवाए गए हैं। सफाई कर्मचारियों ने मुख्य सड़कों को ही डंपिग जोन बना रखा है। दिनभर की गंदगी यहीं सड़कों पर फेंकी जा रही है। पशु भी लोगों की समस्या बढ़ा रहे हैं। लोग सभासद से नाराज हैं। नहीं बुला पाते मेहमानों को

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देवी रोड पर संत रविदास मंदिर के पास एक गली पूरी कच्ची है। यहां रहने वालों का कहना है कि उन्होंने कई बार सभासद से लिखित शिकायत की, लेकिन हर बार नियमों का पाठ पढ़ाकर टाल दिया गया। कच्ची सड़क से बरसात के दिनों में निकलना दूभर हो जाता है। निजी गाड़ियों को भी दूर खड़ा करना पड़ता है। मजबूरी हो जाती है कि महमानों को भी नहीं बुला पाते क्योंकि उनकी गाड़ियां खड़ी कराने की समस्या बनी रहती है। कूड़ेदान गायब, गलियों में सूकर

वार्ड में कूडे़दान का अभाव है। जहां रखवाए गए हैं, वे या तो औंधे पडे़ हैं या फिर नालियों में गिरे दिखते हैं। लोगों का कहना है कि व्यवस्था के अभाव में मजबूरी में उन्हें सड़कों पर ही कचरा फेंकना पड़ता है। पूरा दिन सूकरों का झुंड समस्या बढ़ाता रहता है। इन पर पाबंदी के लिए भी कुछ नहीं किया गया।

वार्ड में गंदगी से निपटने के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं हैं। न तो नगर पालिका ने कूड़ेदान रखवाए हैं और न ही सफाई कर्मचारी घरों से कूड़ा उठाते हैं।

-गोरेलाल। गलियों का निर्माण होने से आधी से ज्यादा समस्या दूर हो जाएगी। अधूरे निर्माण के कारण आवागमन में दिक्कत होती है। सड़क नहीं बनाई जा रही है।

-जूली। पूरी गली में एक भी हैंडपंप नहीं है। बिजली गुल होने के बाद हम लोगों को पीने का पानी लेने के लिए भी दूर लगे हैंडपंपों पर लाइन लगानी पड़ती है। अनदेखी की जा रही है।

-रिकी। आवारा जानवरों की चहलकदमी से भी समस्या होती है। इन पर पाबंदी के लिए कई बार अपील की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई।

-अनीता पांडेय। पालिका प्रशासन द्वारा सुविधाओं की अनदेखी की जा रही है। सड़कों के प्रस्ताव दिए गए थे, लेकिन उन पर सुनवाई नहीं की गई। जिन स्थानों पर लोगों को समस्या है, वहां कूडे़दान रखवाकर समस्या दूर कराई जाएगी।

संजय कुमार, सभासद।


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