झोंपड़ी में पात्र, अपात्रों को आवास
ग्राम पंचायत मंगलपुर का मामला प्रधान और सचिव पर लगाए मनमानी के आरोप।
संसू, अजीतगंज: प्रधानमंत्री मोदी के साल 2022 तक सभी को आवास योजना के सपने को प्रधान और सचिव ही पलीता लगाने में जुटे हैं। पात्रों को दरकिनार कर अपात्रों पर आवासों की रहमत बरसाई जा रही है।
ताजा मामला जागीर क्षेत्र की ग्राम पंचायत मंगलपुर से जुड़ा सामने आया है। यहां के प्रधान और सचिव ने पीएम आवास योजना के पात्रों को ठेंगा दिखाकर अपात्रों को लाभ दे डाला। अब आवास से वंचित और झोंपड़ी में दिन-रात काटने वाले ऐसे परिवारों ने आवास मांगा है।
विकास खंड जागीर क्षेत्र के ग्राम पंचायत मंगलपुर के गांव दयारामपुर हविलिया में नागर जाति के पांच परिवार है। इनके सदस्यों की संख्या लगभग पचास है। दो दशक बीतने के बाद भी यह परिवार आज भी झोपड़ी में गुजारा करते हैं, कई बार आवास पाने की कोशिश नाकाम रही। राकेश नागर, विपुल कुमार, राजेश कुमार, रामबाबू, सर्वेश कुमार फूस की झोंपड़ी डालकर जीवन यापन कर रहे हैं। इनका आरोप है कि ग्रामप्रधान और सचिव से कई बार आवास दिलाने की गुहार लगाई, लेकिन इनका दिल नहीं पसीजा।
राकेश कुमार ने बताया कि पात्रता सूची में नाम शामिल कराने के लिए सीडीओ कार्यालय और विकास खड कार्यालय जागीर पर दर्जनों प्रार्थना पत्र दिए, लेकिन समस्या जस की तस रही। मेहनत-मजदूरी करने वाले ऐसे परिवारों का आवास पाने का सपना आज भी अधूरा है। गरीबों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं बनाई गईं, लेकिन राजनीति के चलते गरीबों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका। ग्रामीणों ने डीएम और सीडीओ से पात्रता सूची की जांच कराकर आवास दिलाए जाने की गुहार लगाई है। मांग करने वालों में नाथूराम नागर, पंकज कुमार, सुषमा देवी, राजेश कुमार, रामबाबू, राकेश शामिल थे।