Move to Jagran APP

लंबी छुट्टी पर गए बाल रोग विशेषज्ञ

हले से ही विशेषज्ञों की कमी से जूझ रहे जिला अस्पताल के सामने अब एक और विशेषज्ञ का संकट खड़ा हो गया है। बाल रोग विशेषज्ञ लंबी छुट्टी पर चले गए हैं। अब बच्चों को भी उपचार के लिए भटकना पडे़गा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Jul 2021 04:44 AM (IST)Updated: Sat, 31 Jul 2021 04:44 AM (IST)
लंबी छुट्टी पर गए बाल रोग विशेषज्ञ
लंबी छुट्टी पर गए बाल रोग विशेषज्ञ

जासं, मैनपुरी: पहले से ही विशेषज्ञों की कमी से जूझ रहे जिला अस्पताल के सामने अब एक और विशेषज्ञ का संकट खड़ा हो गया है। बाल रोग विशेषज्ञ लंबी छुट्टी पर चले गए हैं। अब बच्चों को भी उपचार के लिए भटकना पडे़गा।

loksabha election banner

जिला अस्पताल के लिए जुलाई काफी चिता भरा गुजर रहा है। शुरुआती सप्ताह में ही यहां तैनात रहे चार विशेषज्ञों के तबादले कर दिए गए थे। इनमें अस्थि रोग विशेषज्ञ डा. आदर्श सेंगर, रेडियोलाजिस्ट डा. याचना शर्मा, त्वचा रोग विशेषज्ञ डा. गौरांग गुप्ता और ईएनटी विशेषज्ञ डा. अतुल शर्मा शामिल थे। इनके जाने से ओपीडी में मरीजों की संख्या घट गई है। शुक्रवार को यहां संबद्ध चल रहे बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डा. डीके शाक्य भी लंबी छुट्टी पर चले गए हैं।

पहले ही जिला अस्पताल में एक भी बाल रोग विशेषज्ञ तैनात नहीं हैं। ऐसे में उनके छुट्टी पर चले जाने से अब बच्चों के उपचार का संकट गहरा गया है। शुक्रवार को जो भी अभिभावक अपने बच्चों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा। मजबूरी में प्राइवेट अस्पतालों के लिए ले जाना पड़ रहा है। बताते हैं वे महीने भर की छुट्टी पर गए हैं। समस्या देख किया गया था संबद्ध

जिला अस्पताल में एक भी बाल रोग विशेषज्ञ नहीं हैं, जबकि 100 शैया अस्पताल में तीन। ऐसे में संकट को देखते हुए डा. डीके शाक्य को जिला अस्पताल से संबद्ध कर किया गया था। तो ये है छुट्टी पर जाने की वजह

खुलकर तो कोई कुछ नहीं कह रहा है, लेकिन दबी जुबान इसके लिए काम के अतिरिक्त दबाव को वजह बताया जा रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि विशेषज्ञ चिकित्सकों से ओपीडी में काम करवाने के बाद दोपहर में और फिर रात में इमरजेंसी की ड्यूटी कराई जाती है। डा. शाक्य को भी इमरजेंसी ड्यूटी का दबाव दिया जा रहा था। संबद्ध होने के बावजूद वे यहां ओपीडी में मरीजों को देखते थे और फिर तुरंत ही दोपहर की इमरजेंसी ड्यूटी में लगा दिया जाता था। यही वजह है कि ज्यादातर चिकित्सक तनाव में हैं। वे आज नहीं आए हैं। जानकारी करने पर पता चला है कि छुट्टी पर हैं। असल में वे महिला अस्पताल के चिकित्सक हैं और हमारे यहां संबद्ध हैं। लिहाजा, छुट्टी को लेकर वे महिला अस्पताल के सीएमएस से ही अनुमति लेकर गए होंगे। इसके बार में उनसे कुछ भी नहीं बताया गया है। चिकित्सक की कमी के लिए सीएमओ से बात की जा रही है। उम्मीद है समाधान निकलेगा।

डा. अरविद कुमार गर्ग, सीएमएस

जिला अस्पताल।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.