अब छह सितंबर की तैयारी में जुटा महकमा
50 हजार लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है। सीएमओ ने रणनीति बनाई। साथ ही स्वास्थ्य टीमों के अलावा एनजीओ और सभ्रांत लोगों से मदद ली जाएगी।
जासं, मैनपुरी : कोरोना संक्रमण से लोगों की सुरक्षा के लिए अब स्वास्थ्य विभाग मेगा वैक्सीनेशन की तैयारियों में जुट गया है। छह सितंबर को होने वाले वैक्सीनेशन के लिए अबकी बार 50 हजार लोगों को वैक्सीन लगाए जाने का लक्ष्य तय किया गया है। लक्ष्य प्राप्ति के लिए सीएमओ द्वारा स्वास्थ्य अधिकारियों संग मंथन किया जा रहा है।
18 वर्ष या इससे ज्यादा के युवाओं के अलावा बुजुर्गों को वैक्सीन का सुरक्षा कवच देकर वायरस से रक्षा करने के लिए इस बार छह सितंबर की तारीख निर्धारित की गई है। मेगा वैक्सीनेशन कराया जाना है। सीएमओ डा. पीपी सिंह का कहना है कि हमारी कोशिश है कि जिले में दो सौ से ज्यादा केंद्रों और प्वाइंट पर वैक्सीनेशन का आयोजन कराया जाए। लक्ष्य प्राप्ति के लिए सभी सीएचसी, पीएचसी के जिम्मेदारों के अलावा ग्राम प्रधान व अन्य जन प्रतिनिधियों से अपील की गई है। एएनएम और आशा से भी कहा गया है कि वे अपने तैनाती क्षेत्रों में भ्रमण कर ऐसे लोगों की सूची बनाएं जिन्हें वैक्सीन नहीं लग पाई है। छह सितंबर को ऐसे लोगों को भी कवर किया जाएगा। एनजीओ और सभ्रांत लोगों से भी मदद मांगी जा रही है। 50 से ज्यादा होंगे लोग तो देंगे सुविधा
सीएमओ का कहना है कि ऐसे स्थान जहां लोगों को वैक्सीन नहीं लग सकी है। यदि वहां 50 से ज्यादा लोग एक साथ मिलते हैं और वे राजी होते हैं तो वहां अस्थायी कैंप लगाकर लोगों को वैक्सीनेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए चौबीस घंटे पहले ही सूचना देनी होगी। आक्सीजन प्लांट तैयार, अब कनेक्टिविटी की तैयारी जासं, मैनपुरी : आने वाले दिनों में कोरोना का संक्रमण मुसीबत न बढ़ाए, इसके लिए व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने का सिलसिला शुरू हो गया है। पीएम केयर फंड से जिला अस्पताल में निर्माणाधीन आक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो चुका है। सीएमएस ने विशेषज्ञ टीम के साथ प्लांट पर पहुंचकर जायजा लिया।
पीएम केयर फंड से जिला अस्पताल और महिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है। जिला अस्पताल में प्लांट पर अधिकांश मशीनें इंस्टाल कर दी गई हैं। रविवार को सीमएस डा. अरविद कुमार गर्ग ने एनेस्थेटिक डा. पीके दुबे के साथ प्लांट का निरीक्षण किया। प्लांट में लगी मशीनों का संचालन करने वाली तकनीकी विशेषज्ञों की टीम के साथ उन्होंने मशीनों के संचालन की जानकारी जुटाई।
सीएमएस का कहना है कि इस प्लांट की मदद से जिला अस्पताल के इनडोर, ओपीडी, आपरेशन थियेटर और अन्य कमरों में भी पाइप लाइन की मदद से आक्सीजन पहुंचाने का काम होना है। कोशिश है कि इमरजेंसी में भी प्लांट से ही कनेक्टिविटी दिलाई जाए, जिससे आवश्यकता पड़ने पर मरीजों को समय पर सुविधा मिल सके। उनका कहना है कि बिजली विभाग की टीम के माध्यम से प्लांट पर विद्युत सप्लाई का एक बार परीक्षण कराया जाएगा। कोशिश है कि जल्द से जल्द इस प्लांट का संचालन आरंभ कराया जाए।