अब ओपीडी में मरीज देखेंगे सीएमएस व सीएमओ
स्वास्थ्य विभाग के प्रशासनिक कार्यों में लगे चिकित्साधिकारियों को भी उपचार की जिम्मेदारी सौंपी गई। अपर मुख्य सचिव के आदेश के बाद चिकित्सकों की कमी दूर करने की कवायद शुरू हो गई है।
जासं, मैनपुरी: चिकित्सकों की कमी से परेशान मरीजों को राहत दिए जाने के लिए शासन ने प्रशासनिक कार्यों को संभाल रहे चिकित्साधिकारियों को नई जिम्मेदारी सौंपी है। सीएमओ, एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ के साथ सीएमएस को भी अब ओपीडी में बैठकर मरीजों को उपचार देना होगा। प्रतिदिन कितने मरीज देखे, बाकायदा ओपीडी रजिस्टर पर पंजीकरण संख्या और मरीजों के नाम दर्ज करने होंगे।
अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने पत्र भेजकर कहा है कि सीएमओ, एसीएमओ और डिप्टी सीएमओ को सप्ताह में तीन दिन दो-दो घंटों के लिए मरीजों को उपचार देना होगा। सभी सीएमएस अपनी पैथी के अनुसार ओपीडी में ही मरीजों को उपचार देंगे। सप्ताह में किस दिन मरीजों को देखना है यह सीएमओ स्वयं निर्धारित करेंगे और उन दिनों की सूची को सार्वजनिक करेंगे ताकि मरीजों को भी उनके उपचार से लाभ मिल सके। इतना ही नहीं, बाकायदा मरीजों का नाम, उनकी पंजीकरण संख्या को ओपीडी रजिस्टर में दर्ज कर उसे सुरक्षित भी रखना होगा। कुछ ऐसी होगी व्यवस्था
शासन के निर्देश के अनुसार आधे चिकित्साधिकारी सोमवार से बुधवार और आधे गुरुवार से शनिवार को ओपीडी की जिम्मेदारी संभालेंगे। विशेषज्ञ चिकित्साधिकारियों को सप्ताह में एक दिन आपरेशन थियेटर की जिम्मेदारी भी संभालनी होगी। शासन के निर्देशों का पालन किया जाएगा। इस संबंध में दिन निर्धारित कर चिकित्साधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी। मरीजों के बेहतर उपचार के लिए सभी को एक साथ काम करना होगा।
डा. एके पांडेय, सीएमओ ग्रामीणों को टीकाकरण के लिए किया जागरूक
संसू, किशनी: कोरोना की वैक्सीन को लेकर भ्रांतियां दूर करने को स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है। बुधवार को ग्राम सभा नगथरा और अलावलपुर में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण के खतरों से आगाह किया। बताया कि किसी के बहकावे में न आएं, अगर तीसरी लहर से बचना है तो कोरोना का टीका अवश्य लगवा लें। टीका को लेकर जो भी भ्रांतियां फैलाई जा रही है, वे सब गलत हैं। टीका से शरीर को कोई नुकसान नही है। इस अवसर पर डा. एसएन तिवारी, डा. आरबी सिंह, सुनील कुमार प्रधान शिवम यादव, सचिव प्रवीन कुमार, लेखपाल रामगोपाल रामवीर शाक्य, सुलेखा देवी मौजूद रहे।