नोडल अधिकारी ने टटोली शिक्षा की नब्ज
जिले के नोडल अधिकारी ने बीएसए दफ्तर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जयजा लिया। एनपीएस कटौती में लेटलतीफी पर फटकार लगाई और परिषदीय स्कूलों में बायोमेट्रिक मशीनें लगवाने के निर्देश दिए।
मैनपुरी : स्कूलों में हो रही मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार तमाम प्रयास कर रही है, लेकिन अफसरों की लापरवाही सरकार की मंशा पर पानी फेर देती है। विद्यालयों में लगातार शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। इसको लेकर प्रशासन मौन है।
शुक्रवार को जिला नोडल अधिकारी नागेंद्र पटेल ने बीएसए दफ्तर का निरीक्षण किया। उन्होंने जिले में एनपीएस कटौती में लेट लतीफी देखकर लेखाधिकारी को फटकार लगाई। कहा कि जल्द ही एनपीएस का कार्य पूर्ण कराकर रिपोर्ट निदेशालय को भेजी जाए। उन्होंने बीएसए विजय प्रताप ¨सह से शिक्षकों के अनुपस्थिति का डाटा तलब किया। कहा कि स्कूलों में जल्द ही बायोमेट्रिक मशीनें लगाई जाएं। जिले के परिषदीय स्कूलों से कोई भी शिक्षक अवकाश पर जाता है तो उसकी जानकारी बीएसए को दोपहर बारह बजे तक होनी चाहिए। बच्चों की शिक्षा व्यवस्था ठीक की जाए। उन्होंने एमडीएम जिला समन्वयक अमृता चौहान को मेन्यू वार एमडीएम बनवाने के निर्देश दिए। साथ ही जिले के परिषदीय स्कूलों व प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की जानकारी जुटाई। तो पता चला कि परिषदीय स्कूलों की तुलना में निजी संस्थानों में संख्या कहीं ज्यादा है। इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए बच्चों के स्कूल छोड़ने का कारण पूछा। रसोइयों के भुगतान जल्द कराने का आश्वासन दिया। आइजीआरएस में शिक्षकों की शिकायतें दर्ज की जाने का डाटा तलब किया तो विभाग के पास ऐसा कोई डाटा नहीं मिला। इस पर उन्होंने बीएसए को निर्देश दिए कि शिक्षकों शिकायतों को रजिस्टर पर अंकित कर उनपर कार्रवाई करें। निरीक्षण में सीडीओ कपिल ¨सह, पीडी एससी मिश्रा, बीएसए विजय प्रताप ¨सह, बीडीओ अजय त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।