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बेटी पढ़ाने की कोशिश ही मान ली 'कसूर'

मैनपुरी जासं। हलवाई सर्वेश कुमार भले ही कंगाली में था मगर बेटी की पढ़ाई को लेकर गंभीर था। बेटी इस वर्ष हाईस्कूल की छात्रा है। शहर के एक परिचित की नोएडा में इंजीनियर भांजी के पास बेटी को भेजने के पीछे उसकी शिक्षा जारी रखना ही था। एक पिता की यही कोशिश उसका कसूर मान लिया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Sep 2020 04:06 AM (IST)Updated: Tue, 08 Sep 2020 06:11 AM (IST)
बेटी पढ़ाने की कोशिश ही मान ली 'कसूर'
बेटी पढ़ाने की कोशिश ही मान ली 'कसूर'

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: हलवाई सर्वेश कुमार भले ही कंगाली में था, मगर बेटी की पढ़ाई को लेकर गंभीर था। बेटी इस वर्ष हाईस्कूल की छात्रा है। शहर के एक परिचित की नोएडा में इंजीनियर भांजी के पास बेटी को भेजने के पीछे उसकी शिक्षा जारी रखना ही था। एक पिता की यही कोशिश उसका 'कसूर' मान लिया गया।

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हलवाईगिरी उसका हुनर था। काम न मिलने पर कचौड़ी का ठेल लगाने लगा। फिर भी पेट भरने के लाले देख बीमार पत्‍‌नी को दोनों बेटों के साथ मायके कोलकाता भेज दिया था। सर्वेश को अब बेटी की चिंता थी। शहर में एक परिचित के भोजनालय में वो काम कर चुका था। भोजनालय संचालक की भांजी नोएडा में रहती है। एक कंपनी में इंजीनियर भांजी अकेली रहती हैं। भोजनालय संचालक के कहने पर सर्वेश अपनी बेटी को तीन सितंबर को नोएडा छोड़ आया था। संचालक ने वहां उसकी बेटी को किसी स्कूल में दाखिला कराने का भरोसा दिलाया था।

पुलिस ने बेटी से की थी बात

बेटी बेचने की बात को तस्दीक करने के लिए पुलिस ने रविवार रात को ही उसकी बेटी से बात की थी। बेटी ने सही जानकारी देकर इसे अफवाह बताया था। सोमवार दोपहर को नोएडा से आई बेटी पिता का चेहरा देखने को बिखलती रही। स्वजन और सीओ अभय नरायन राय ने बमुश्किल उसे संभाला।

सुनते रहे चीख, देखते रहे दबंगई

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: सरेशाम और सरेआम। शहर के खरगजीत मुहल्ले में लात-घूंसों और लाठी-डंडों के हमलों से लहूलुहान हलवाई चीखता रहा और लोग दबंगई का तमाशा देखते रहे। न ही दबंगों के विरोध की हिम्मत हो पाई और न ही हलवाई को बचाने के लिए कदम आगे बढ़े। खौफजदा इतने कि करीब डेढ़ घंटे तक चले इस दुस्साहसिक घटनाक्रम के वीडियो भी अगले दिन दोपहर में वायरल करने की हिम्मत जुटा पाए।

अनुसूचित जाति का सर्वेश कुमार इस मुहल्ले के लिए अनजान नहीं था। वो यहां कई वर्षो से परिवार सहित रह रहा था। लोगों को दबंगों के खतरनाक इरादों का आभास तो था, इसीलिए छत पर मारपीट के साथ ही गली में हलवाई को दौड़ा-दौड़ाकर पीटते हमलावरों की करतूत को कैमरे में कैद करते रहे। ये घटनाक्रम करीब डेढ़ घंटे तक चलता रहा। दबंग हलवाई को मरणासन्न करके ही शांत हुए और लोग क्रूरता का ये तमाशा देखते रहे। पुलिस को जब तक सूचना मिली, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पुलिस ने घटना के बारे में जानकारी की कोशिश भी, मगर सब अनभिज्ञ बने रहे।

हलवाई की मौत के बाद दबिश

पुलिस कह रही है कि एक आरोपित को रात में ही गिरफ्तार कर लिया गया। अन्य नामजदों के यहां सोमवार दोपहर बाद वीडियो वायरल होने के बाद ताबड़तोड़ दबिश देकर तीन और दबोच लिए गए।

चार हिरासत में, अन्य की तलाश

एसपी अजय कुमार पांडेय ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सर्वेश ने रविवार सुबह किसी को बताया कि उसने तो बेटी को भेज दिया है। लोगों ने 'भेज' शब्द को 'बेच' समझ कर अफवाह उड़ा दी। हालांकि आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद सही वजह सामने आएगी। चार लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।


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