मुलायम की भतीजी को सपा प्रत्याशी ने दी मात
त्रिस्तरीय पंचायत के परिणाम चुनाव इस बार कई राजनीतिकारों के लि
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: त्रिस्तरीय पंचायत के परिणाम चुनाव इस बार कई राजनीतिकारों के लिए बुरा अनुभव छोड गए। जिला पंचायत सदस्य पद के लिए हुई मतगणना में कई दिग्गज वोटों की गिनती में हार गए। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की भतीजी संध्या यादव जिला पंचायत सदस्य पद पर अपना चुनाव हार गईं। संध्या यादव ने भाजपा समर्थित प्रत्याशी के तौर पर मैनपुरी जिला पंचायत के वार्ड 18 से चुनाव लड़ा था। सपा ने भी उनके सामने अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा था। सपा के इस दांव ने भाजपा की रणनीति को ढेर कर दिया। सपा प्रत्याशी प्रमोद कुमार ने संध्या यादव को पराजित किया। हारने वालों मेंसदर विधायक की पत्नी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भी शामिल हैं।
जिला पंचायत चुनाव में संध्या यादव के चुनाव पर सबकी निगाह थी। बीते लोकसभा चुनाव से पहले संध्या यादव के पति अनुजेश यादव ने भाजपा का दामन थाम लिया था। परंतु मुलायम की भतीजी और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव की सगी बहन संध्या यादव ने पिछले दिनों तक कभी खुद भाजपा में जाने की पुष्टि नहीं की थी। जिला पंचायत चुनाव से पहले भाजपा ने उनको वार्ड 18 से समर्थित प्रत्याशी घोषित कर सबको चौंका दिया था। संध्या यादव पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भी हैं, ऐसे में चुनाव जीतने की सूरत में उनको भाजपा में जिला पंचायत अध्यक्ष पद का भी मजबूत दावेदार माना जा रहा था। परंतु सपा ने इस बगावत का जवाब देने के लिए पूरी ताकत झोंकी।
सपा ने संध्या यादव के सामने प्रमोद कुमार को मैदान में उतारा था। प्रमोद यादव ने क्षेत्र में सपा की प्रतिष्ठा की दुहाई दे प्रचार किया था। जिसके बाद लोगों का समर्थन उनको हासिल हुआ। रविवार रात को मतगणना हुई तो प्रमोद यादव को 7905 वोट हासिल हुए। जबकि संध्या यादव 5998 वोट प्राप्त कर दूसरे स्थान तक ही पहुंच सकीं। वहीं जागीर ब्लाक के वार्ड 27 से इस बार भी निवर्तमान सदस्य- पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष डा. सुमन यादव मैदान में थी। कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनीता शाक्य ने इनको हरा दिया। विनीता शाक्य इससे पूर्व भी सुमन यादव को हरा चुकीं हैं। वहीं, वीआइपी सीट मानी जा रही मैनपुरी के वार्ड 28 से सदर विधायक की पत्नी वंदना यादव को हार का मुंह देखना पड़ा। वंदना को निर्दलीय जर्मन यादव ने हराया।