मनरेगा से सुधरेगी कृषि भूमि की सेहत
मैनपुरी, भोगांव : ग्रामीणों के लिए रोजगार का माध्यम बन चुकी मनरेगा योजना अब से कृषि योग्य भूमि
मैनपुरी, भोगांव : ग्रामीणों के लिए रोजगार का माध्यम बन चुकी मनरेगा योजना अब से कृषि योग्य भूमि को संभाला जाएगा। इसके तहत अब ग्राम पंचायतों में खाद के गड्ढों का निर्माण कराया जाएगा। इनमें तैयार जैविक खाद को भंडारित कर इस्तेमाल किया जाएगा। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से अब तक जहां गांव में श्रमिक काम करने के बाद पगार पाते हैं। अब इस योजना से कृषि की जमीन सेहत को सुधारने के लिए पहल शुरू की गई है। मनरेगा योजना से ग्राम पंचायतों में जैविक खाद के भंडारण के लिए चिन्हित स्थानों पर गड्ढे खोदे जाएंगे। इनमें भंडारित जैविक खाद के उपयोग से होने वाले फायदों के बारे में किसानों को जानकारी दी जाएगी। कृषि विभाग के अधिकारी विभिन्न ग्राम पंचायतों में इस कार्य के लिए खर्च होने वाले बजट का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजेंगे। किसान जैविक खाद अधिक मात्रा में प्रयोग करने के लिए प्रेरित किए जाएंगे। मनरेगा से तैयार होने वाले इन गड्ढों में खेतों में पैदा होने वाली खरपतवार, गोबर, गलने वाली अन्य वस्तुओं का संग्रह किया जाएगा।