नाबालिग से दुष्कर्म, सिर्फ 77 दिन में कोर्ट की सुनवाई पूरी
फास्ट ट्रैक कोर्ट पाक्सो एक्ट ने सुरक्षित रखा फैसला 15 को सुनाई जाएगी सजा बेवर में आरोपित ने मासूम के साथ किया था दुष्कर्म पीड़िता ने दी थी गवाही
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में बुधवार को फास्ट ट्रैक पाक्सो एक्ट ने इतिहास बनाया। न्यायाधीश पूनम ने 77 दिन की सुनवाई के बाद आरोपित को दोषी मानते हुए फैसला सुरक्षित रखा है। 15 जनवरी को इस मामले में सजा सु्नाई जाएगी।
18 अगस्त 2021 को बेवर क्षेत्र की दो बहनें घर के बाहर खेल रहीं थी। आरोपित मोनू कठेरिया दोनों को बहलाकर साथ ले गया। सुनसान स्थान पर छोटी बहन को धमकाकर भगा दिया और बड़ी बहन के साथ दुष्कर्म किया। मामले में पीड़िता के पिता की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था। अक्टूबर के अंत में पुलिस ने न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की थी। मामले में एडीजीसी अनूप यादव ने पैरवी की। अन्य बयानों और साक्ष्यों के साथ पीड़िता ने आरोपित को पहचाना और गवाही दी थी। बुधवार को अदालत ने आरोपित को दोषी करार देते हुए निर्णय सुरक्षित रख लिया।
15 दिन अस्पताल में रही थी पीड़िता
घटना के बाद पीड़िता की हालत बिगड़ गई थी और उसे सैफई मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां 15 दिन तक वह भर्ती रही थी।
दोषी को मिला था न्याय मित्र
मामले में दोषी को पैरवी के लिए कोई वकील नहीं मिला था। इसके बाद न्यायालय की ओर से पैरवी के लिए न्याय मित्र दिया गया था। पहले समझाया प्रोटोकाल, फिर बांटे मास्क: जासं, मैनपुरी: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क हुआ प्रशासन अब लोगों को समझाने के लिए सड़क पर उतर गया है। बुधवार की दोपहर शहर के ईशन नदी तिराहा पर सीओ सिटी अमर बहादुर ने सीएमओ डा. पीपी सिंह और समाजसेवी आराधना गुप्ता के साथ बिना मास्क के गुजर रहे लोगों को रोककर उन्हें कोरोना के खतरे से आगाह किया। लोगों से मास्क पहनकर घर से निकलने की अपील की। बाद में सभी राहगीरों को मास्क का वितरण कर उनसे दूसरों को जागरूक करने के लिए कहा।
पंजीकरण के नाम पर सुविधा शुल्क का आरोप
जासं, मैनपुरी: कोविड वैक्सीनेशन के लिए अब केंद्रों पर भी पंजीकरण की सुविधा दी गई है। बुधवार की शाम इंटरनेटमीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। बेवर सीएचसी का बताए जा रहे वीडियो में एक स्वास्थ्यकर्मी पंजीकरण के नाम पर रुपये लेते हुए दिख रहा है। चर्चा रही कि वैक्सीनेशन के पंजीकरण के नाम पर सीएचसी में कई दिन से यह मनमानी चल रही है। सीएमओ डा. पीपी सिंह का कहना है कि वीडियो उन्होंने नहीं देखा है। वीडियो की पड़ताल कर जांच कराई जाएगी। यदि मनमानी है तो स्वास्थ्य कर्मी के खिलाफ कार्रवाई कराएंगे।