करीमगंज में डेंगू से चार और की मौत, 200 बीमार
जासं मैनपुरी करीमगंज में डेंगू काबू में नहीं आ रहा। बुधवार को यहां चार और लोगों ने दम तोड़ दिया। गांव के विद्यालय में मरीजों का इलाज किया गया। पेड की टहनियों पर ड्रिप लटकाई गई। यहां करीब 200 ग्रामीण इस रोग से बीमार हैं। टीम ने गांव पहुंचकर मरीजों का चेकअप कर उपचार किया। करीब 30 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए सैफई भेजे हैं।
जासं, मैनपुरी: करीमगंज में डेंगू काबू में नहीं आ रहा। बुधवार को यहां चार और लोगों ने दम तोड़ दिया। दो सैकड़ा से ज्यादा लोग बीमार हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम डेरा डाले हुए है। 30 मरीजों के सैंपल जांच के लिए सैफई भेजे गए हैं। करीमगंज में एक पखवाड़ा के दौरान बीमारी से मरने वालों की संख्या नौ हो गई।
बिछवां थाना क्षेत्र के गांव करीमगंज में डेंगू बुखार का प्रकोप छाया हुआ है। घर-घर चारपाई बिछी हुई है। मंगलवार से गांव के स्कूल में स्वास्थ्य विभाग की टीमें मरीजों का उपचार कर रही हैं। बुधवार को यहां सौरभ पुत्र राधेश्याम, प्रेमवती पत्नी रामनाथ, प्रेम किशोर की मासूम बेटी और एक युवक ने दम तोड़ दिया। ये चारो कई दिनों से बुखार से पीड़ित थे। एक पखवाड़ा के दौरान इससे पहले गंगा देवी, वर्माजीत, राजरानी, किरन देवी और चंद्रकांती की मौत हो चुकी है।
हालात को देखते हुए स्कूल को ही अस्थायी अस्पताल का रूप दे दिया गया है। हालांकि पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। इलाज के लिए खुद ही चारपाई लेकर आनी पड़ रही हैं। ड्रिप स्टैंड तक नहीं हैं। पेड़ों की टहनियों पर ड्रिप लटकाकर इलाज दिया जा रहा है।
नहीं मानी प्राइवेट रिपोर्ट, सैंपल भेजे
मरीजों के स्वजन ने प्राइवेट लैब की रिपोर्ट स्वास्थ्य टीम को दिखाई, जिसमें डेंगू की पुष्टि दर्शाई गई है। स्वास्थ्य टीम ने भी डेंगू की पुष्टि के लिए बुधवार को 30 मरीजों के ब्लड सैंपल सैफई लैब भेजे हैं।
प्राइवेट लैब की रिपोर्ट के आधार पर डेंगू नहीं कह सकते। 30 मरीजों के सैंपल जांच के लिए सैफई भेजे हैं। करीमगंज में डॉक्टर मुस्तैद हैं। उपचार पर पूरी नजर रखी जा रही है। डॉ. एके पांडेय, सीएमओ।