श्रद्धा के साथ स्वच्छता का अनूठा संगम
स्वच्छता की मुहिम शुरू हुई तो श्रद्धालुओं का साथ भी मिलने लगा। भक्ति के रंग में सराबोर बाप्पा के भक्तों ने भक्ति के साथ स्वच्छता का भी संकल्प किया। पहल रंग भी लाई। श्रद्धालुओं की अपील से दूसरे राहगीरों ने भी अपना हाथ बढ़ा सहयोग का आश्वासन दिया।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : स्वच्छता की मुहिम में श्रद्धालुओं ने सहभागिता करते हुए अनोखी मिसाल पेश की। भक्ति के रंग में सराबोर बप्पा के भक्तों ने स्वच्छता का संकल्प लिया। श्रद्धालुओं की अपील से दूसरे राहगीरों ने भी इस अभियान में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
स्वच्छता को लेकर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का असर दिखाने लगा है। जागरण की अपील पर सहमत हुए ताल दरवाजा के गणेश भक्तों ने स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने की शपथ ली है। पूजन के बाद भक्तों द्वारा सार्वजनिक पंडाल से यह अपील की जा रही है कि प्रसाद खाने के बाद दोने और पत्तल सार्वजनिक स्थानों पर न फेंकें। सिर्फ अपील ही नहीं, बल्कि सेवादार बनकर स्वयं भी गंदगी का निस्तारण भी किया जा रहा है। शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने पंडाल के साथ आसपास की सड़क पर भी झाडू लगाई। दोपहर में गोष्ठी के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। हम दस दिन लगातार भगवान गणेश की पूजा करते हैं। इन दिनों प्रतिदिन पंडाल और पूजा स्थल की नियमित सफाई भी करते हैं। लेकिन, यह भूल जाते हैं कि धरती उसी भगवान की बनाई हुई है। हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
रामरतन। इस संदेश को हमें घर-घर पहुंचाना होगा। अगर, प्रत्येक व्यक्ति सिर्फ एक घर को समझाने की जिम्मेदारी संभाल ले तो निश्चित ही पूरा शहर और जिला स्वच्छ हो सकता है। बस, पहल करने की देर है।
बसंत कुमार। यह पहल प्रत्येक श्रद्धालु को करनी होगी। पूजा स्थलों के आसपास छोटे कूडे़दान रखवाए जाएं। इतना ही नहीं, वहां आने वाले श्रद्धालुओं से भी इस बात की अपील की जाए कि कचरा निर्धारित स्थान पर ही फेंकें।
मनीष वर्मा। शुरुआत अपने घरों से ही कराई जाए। प्रत्येक घर के मुखिया की यह जिम्मेदारी है कि वह परिवार के दूसरे सदस्यों को भी सफाई की अहमियत बताएं। अगर, ऐसा होता है तो निश्चित ही बड़ा बदलाव आ जाएगा।
योगेंद्र ¨सह।