जनरल रावत के नाम पर होगा मैनपुरी का सैनिक स्कूल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया निर्णय ट्वीट कर दी जानकारी एक अप्रैल 2019 से स्कूल में शुरू हो चुकी हैं कक्षाएं
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: जिले का सैनिक स्कूल अब देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) रहे जनरल बिपिन रावत के नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यह निर्णय लिया है। उन्होंने जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए ट्विटर पर जानकारी दी। एक अप्रैल, 2019 से सैनिक स्कूल में कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
वर्ष 2012 में प्रदेश में सपा की सरकार बनने के बाद तत्कालीन क्षेत्रीय सांसद मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी में सैनिक स्कूल की स्थापना करने की घोषणा की थी। 30 अप्रैल, 2015 को प्रदेश सरकार की सिफारिश पर रक्षा मंत्रालय ने इसके लिए सहमति दी थी। इसके बाद आगरा रोड पर स्कूल का निर्माण कार्य शुरू हो गया। पिछले दिनों तमिलनाडु में हेलीकाप्टर हादसे में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका व 12 सैन्यकर्मियों की जान चली गई थी। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई थी। गुरुवार को योगी ने टवीट कर सैनिक स्कूल, मैनपुरी का नामकरण जनरल बिपिन रावत के नाम पर करने की जानकारी दी।
265 छात्र, छह छात्राएं: सैनिक स्कूल में वर्तमान में 265 छात्र और छह छात्राएं अध्ययनरत हैं। सैनिक स्कूलों में केंद्र सरकार द्वारा बालिकाओं के भी प्रवेश को हरी झंडी दिए जाने के बाद इसी सत्र में उनके प्रवेश लिए गए हैं।
सैनिक स्कूल का नाम देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत के नाम पर करने की जानकारी मिली है। यह गर्व की बात है। हालांकि अभी कोई आधिकारिक आदेश नहीं आया है। मेजर अवनीश पांडेय, प्रधानाचार्य सैनिक स्कूल सैनिक स्कूल का नाम बदलने का स्वागत
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: तीन साल पहले शुरू हुआ यह सैनिक स्कूल अब जिले की पहचान बनता जा रहा है। इस सत्र से इस विद्यालय में बालकों के साथ बालिकाओं की पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है। साथ ही स्कूल परिसर में छात्राओं के लिए छात्रावास बनाने का काम भी शुरू हो चुका है। सरकार द्वारा स्कूल का नाम बदलने के फैसले पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। भाजपा ने फैसले का स्वागत किया है, जबकि सपाइयों का कहना था कि कुछ नया करते फिर रखते नाम। उन्होंने इसे चुनावी स्टंट करार दिया है।
शहीद जनरल बिपिन रावत देश के गौरव हैं। सैनिक स्कूल को उनका नाम दिया जाना जिले के लिए बड़े सम्मान की बात है। मैं इसके लिए मुख्यमंत्री को बधाई देता हूं। -रामनरेश अग्निहोत्री, कैबिनेट मंत्री उप्र सरकार।
शहीद जनरल बिपिन रावत का नाम देना अच्छी बात है। परंतु सरकार केवल पूर्व की सपा सरकार के कार्याें-योजनाओं के नाम बदल रही है। यदि मुख्यमंत्री मैनपुरी को कोई नया बड़ा तोहफा देते और उसका नाम रखते तो पूरे जिले की जनता उनको धन्यवाद देती। -राजकुमार यादव, सपा विधायक मैनपुरी
मुख्यमंत्री योगी ने जनरल बिपिन रावत का नाम सैनिक स्कूल को देकर शहीदों का सम्मान किया है। जिले से देश के पहले सीडीसी रावत का नाम भी जुड़ गया है। इससे जिले को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। युवा और भावी पीढि़यों को प्रेरणा मिलेगी।-प्रदीप सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष भाजपा
जनरल बिपिन रावत के नाम पर कोई आपत्ति नहीं है। परंतु सरकार केवल दिखावा कर रही है। बने-बनाए स्कूल का नाम बदलने में क्या है। सरकार कोई नया विश्वविद्यालय, बड़ा अस्पताल बनाती और उसका नाम शहीदी बिपिन रावत के नाम पर रखती तो कोई बात होती। -देवेंद्र सिंह यादव, जिलाध्यक्ष सपा
प्रदेश सरकार केवल योजनाओं, उपलब्धियों के नाम बदलने का ही काम कर रही है। जनरल बिपिन रावत का नाम दिया है तो उसका स्वागत है। परंतु बेहतर होता कि जनहित का कोई बड़ा काम करने के बाद उसका नाम जनरल के नाम पर रखा जाता।-सुनील कुमार वर्मा, जिलाध्यक्ष बसपा
जनरल बिपिन रावत के नाम पर स्कूल को नाम रखा जाने का कोई विरोध नहीं है। पंरतु प्रदेश सरकार बेरोजगारी, महिला अपराध, किसानों की परेशानी, जैसे मुद्दों पर कुछ नहीं कर रही है। -विनीता शाक्य, जिलाध्यक्ष कांग्रेस स्कूल में बन रहा बालिका छात्रावास
सैनिक स्कूल का प्रथम चरण का निर्माण भी फिलहाल अंतिम दौर में चल रहा है। खेल का मैदान आदि कार्यों की फिनिशिग चल रही है। स्कूल परिसर में बालक छात्रावास पहले से बना हुआ है। बालिकाओं को प्रवेश की अनुमति दिए जाने के बाद बालिका छात्रावास का निर्माण भी कराया जा रहा है। इसके लिए साढ़े तीन करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित हो चुका है।