बस स्टेशन पर दिव्यांगों ने दिया धरना, की नारेबाजी
बस परिचालक द्वारा अभद्रता और बीच रास्ते में बस से उतारने से थे नाराज एआरएम को सौंपा ज्ञापन।
जासं, मैनपुरी: संविदा परिचालक की मनमानी और अमानवीय व्यवहार के विरोध में दिव्यांगों ने बस स्टेशन पर धरना देकर नारेबाजी की। कार्रवाई की मांग करते हुए एआरएम को प्रार्थना पत्र दिया है।
दिव्यांग समिति के तहत दिव्यांगों ने सोमवार को शहर के रोडवेज बस स्टेशन कैंपस में धरना दिया। जिलाध्यक्ष राममोहन मिश्रा का कहना है कि परिवहन विभाग द्वारा दिव्यांगों का शोषण किया जाता है। चालक और परिचालक दिव्यांगों से न सिर्फ अभद्रता करते हैं, बल्कि शासन द्वारा मान्य पास की व्यवस्था को दरकिनार कर गालीगलौज पर उतारू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि सप्ताह भर पहले शहर के मुहल्ला अग्रवाल निवासी मनोज कुमार दवा लेकर फीरोजाबाद से लौट रहे थे।
रोडवेज बस के परिचालक ने उनसे किराया मांगा। उन्होंने शासन द्वारा जारी पास दिखाया तो परिचालक ने पास को अवैध बताते हुए उनसे गालीगलौज की और बीच रास्ते में सूनसान जगह पर बस से उतार दिया। दिव्यांगों ने कहा कि आए दिन परिचालकों की दबंगई से दिव्यांगों को मानसिक तौर पर परेशान किया जाता है। दिव्यांगता का उपहास उड़ाया जाता है। शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं होती है।
दिव्यांगों ने संबंधित बस चालक और परिचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध जताया। बाद में एआरएम पवन श्रीवास्तव और एसएसआइ अनवर बेग को प्रार्थना पत्र सौंपा। एआरएम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस मौके पर कुमोद श्रीवास्तव, मनीष खन्ना, महाराज सिंह, पन्नालाल, पुष्पा देवी, सुशील, सुदामा, मुकेश, राजा आदि दिव्यांगजन मौजूद थे।