अगले माह ऋण मेला, पत्रावली लंबित न रखें बैंकर्स
उद्योग और व्यापार बंधु की बैठक में सीडीओ ने की योजनाओं की समीक्षा कई योजनाओं में वित्तीय स्वीकृति का मिला कम लाभ सुधार की दी हिदायत।
जासं, मैनपुरी: अगले माह जिला स्तर पर वृहद ऋण-वितरण मेला आयोजित होगा। बैंकर्स शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी पत्रावलियों पर प्राथमिकता पर ऋण वितरण करें, पत्रावलियां लंबित न रखें। पत्रावलियों को औचित्य अंकित करते हुए वापस करें, ताकि औपचारिकताएं पूरी कराकर दोबारा लाभार्थी से आवेदन कराया जा सके।
यह बात सीडीओ ईशा प्रिया ने गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित उद्योग और व्यापार बंधु की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप अगले महीने के पहले सप्ताह में जिला स्तर पर वृहद ऋण मेला आयोजित होगा। इसलिए योजनाओं का लाभ दें, पत्रावलियों को अकारण रोकें नही। उन्होंने बैंकर्स से जनपद की तारकशी, जरी-जरदोजी, सिले वस्त्रों को बढ़ावा देने के लिए एक जनपद-एक उत्पाद में प्रेषित पत्रावलियों पर शत-प्रतिशत ऋण-वितरण करने को कहा।
बैठक में एएसपी मधुबन कुमार सिंह, एसडीएम सदर ऋषिराज, अधिशासी अभियंता विद्युत, उद्यमी अशोक चिब, अजय दुबे, जुगल किशोर तापड़िया, सीताराम तापड़िया, घनश्याम गुप्ता, विनय गुप्ता, देवेन्द्र कुमार आदि उपस्थित रहे। संचालन महाप्रबंधक उद्योग मोहम्मद सऊद ने किया। ओडीओपी में केवल 17 को ऋण
सीडीओ ने योजनाओं के ऋण वितरण की समीक्षा की। एक जनपद-एक उत्पाद के तहत वार्षिक लक्ष्य 40 के सापेक्ष 168 पत्रावलियां बैंकों को भेजी गई, जिसमें से 43 को स्वीकृत कर 17 पर ऋण वितरण हुआ। वहीं, प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना में वार्षिक लक्ष्य 56 के सापेक्ष 252 पत्रावलियां बैंकों को भेजीं। इनमें से केवल 76 को स्वीकृत कर 36 पर ही ऋण बांटा गया। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में भौतिक लक्ष्य 57 के सापेक्ष 187 आवेदन पत्र भेजे गए, बैंकों ने 53 पत्रावलियां स्वीकृत कर 24 पर ऋण दिया।
अतिक्रमण का मुद्दा उठा
बैठक में उद्यमियों ने शहर के मुख्य बाजार में अनाधिकृत अतिक्रमण, सड़क के किनारे दुपहिया, चार पहिया वाहन खड़े करने से होने वाली असुविधा से निजात दिलाने की मांग रखी। एएसपी ने कहा कि वे वार्ता कर दुकानदारों से स्वयं अनाधिकृत अतिक्रमण हटाने के लिए प्रेरित करें। वैसे, अवैध अतिक्रमण हटाने पर कार्रवाई जल्द होगी।