दूसरे के प्रमाणपत्रों से बनी थी शिक्षा अनुदेशक, गिरफ्तार
मैनपुरी जासं। पुलिस ने प्राथमिक विद्यालय की अनुदेशक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ विभागीय अधिकारी ने तीन महीने फर्जीवाड़ा की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि वो दीप्ती नाम के प्रमाणपत्रों से नौकरी कर रही है। विभागीय अभिलेखों में उसने खुद का नाम भी दीप्ती लिखा है। जबकि उसका वास्तविक नाम सुनीता है।
जासं, मैनपुरी: पुलिस ने प्राथमिक विद्यालय की अनुदेशक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ विभागीय अधिकारी ने तीन महीने फर्जीवाड़ा की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि वो दीप्ती नाम के प्रमाणपत्रों से नौकरी कर रही है। विभागीय अभिलेखों में उसने खुद का नाम भी दीप्ती लिखा है। जबकि उसका वास्तविक नाम सुनीता है।
शिक्षा अधिकारियों को करीब तीन माह पहले जानकारी मिली थी कि थाना बेवर क्षेत्र के गांव जमौरा स्थित प्राथमिक विद्यालय पर तैनात अनुदेशक दीप्ती फर्जीवाड़ा करते हुए नौकरी कर रही है। उसका वास्तविक नाम सुनीता (निवासी गांव गुबरियां, कन्नौज)है। जांच में पाया गया कि सुनीता जिस दीप्ती (कायमगंज, फर्रुखाबाद) के नाम और प्रमाणपत्रों से नौकरी कर रही है, वह राजकीय माध्यमिक विद्यालय, कौशाम्बी में शिक्षक है। इस जांच के बाद खंड शिक्षाधिकारी रामशंकर कुरील ने 17 जून 2020 को शहर कोतवाली में सुनीता के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। पुलिस तभी से उसकी तलाश कर रही थी। इंस्पेक्टर कोतवाली भानु प्रताप सिंह ने बताया कि शुक्रवार को सुनीता को शहर के जेल चौराहे से गिरफ्तार कर लिया।
एक और 'दीप्ती' की तलाश
सुनीता के साथ ही एक और युवती के दीप्ती के नाम और प्रमाणपत्रों से करहल स्थित कस्तूरबा विद्यालय में नौकरी करने की सूचना मिली थी। जांच में ये मामला भी सही पाया गया था। खंड शिक्षाधिकारी रामशंकर कुरील ने 17 जून 2020 को ही इस मामले में भी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस को इस 'दीप्ती' की भी तलाश है।