कहीं बीएलओ मिले गायब तो कहीं होता रहा इंतजार
विशेष बूथ दिवस पर वोट बनवाने में युवाओं ने दिखाई उदासीनता एडीएम ने किया बूथों का निरीक्षण कमियों पर चेताए बीएलओ
जासं, मैनपुरी: केंद्रीय चुनाव आयोग के निर्देश पर जिले में आयोजित विशेष बूथ दिवस आयोजित किया गया। इस विशेष अभियान पर बीएलओ ही पानी फेरते नजर आए। तमाम बूथ सूने रहे तो कहीं बीएलओ ही नहीं पहुंचे। हर बूथ पर युवाओं का इंतजार होता रहा।
जिले में फोटोयुक्त निर्वाचक नामावलियों के संक्षिप्त पुनरीक्षण का काम रविवार से शुरू हो गया। पहले दिन ही विशेष अभियान के प्रति बीएलओ और लोगों में गंभीरता नहीं दिखी। तमाम बूथों पर खुद बीएलओ नहीं आए तो दूसरे कर्मचारी भी इससे दूरी बनाते रहे। ऐसे में नए वोट बढ़वाने को आए युवाओं को लौटना पड़ा। वहीं, जहां बीएलओ और अन्य कर्मचारी आए, वहां मतदाता बनने के पात्र युवाओं का इंतजार होता रहा।
एडीएम ने देखा काम
एडीएम वित्त बी. राम ने कई बूथों का निरीक्षण किया। उन्होंने बीएलओ से उपलब्ध कराई गई सामग्री की जानकारी ली। बीएलओ से नए मतदाता बनने के लिए उपलब्ध कराए गए आवेदनों की भी जानकारी जुटाई। उन्होंने बताया कि विशेष अभियान में गैरहाजिर कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी।
केस एक: शहर के देवी रोड स्थित पाठशाला में बूथ दिवस पर पांच बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई थी। सुबह 11:35 बजे तक यहां बीएलओ साधना पाठक, रीता राठौर और शोभा कुलश्रेष्ठ मौजूद मिलीं, जबकि सुनील और मिथलेश आए ही नहीं थे। यहां दो युवक वोट बनवाने की जानकारी करने आए थे।
केस दो: देवी रोड स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रधानध्यापक ब्रजेश कुमार मौजूद थे। दोपहर 11:50 बजे एडीएम वित्त बी. राम यहां आए तो बीएलओ नारायनी देवी और पीयूष कुमारी नहीं मिली। यहां पीयूष कुमारी के स्थान पर उनके पिता मौजूद मिले। उन्होंने बताया कि बिटिया जरूरी काम में है। एडीएम ने यहां भी निरीक्षण जरूरी निर्देश दिए।
केस तीन: शहर के मुहल्ला चौथियाना स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में दोपहर 12:13 बजे बीएलओ गीता श्रीवास्तव और चित्रा मौजूद थीं, जबकि एक अन्य बीएलओ अनीता आने के बाद शादी की तैयारियां करने की कहकर चलीं गईं थी। यहां इस दोपहर तक सन्नाटा पसरा रहा। बीएलओ दिनभर यहां खाली बैठे रहे।
केस चार: शहर से सटे नगला पजाबा स्थित प्राथमिक स्कूल में सुबह 12:30 बजे तक बीएलओ समेत पांच कर्मचारी मौजूद थे, यहां कोई युवा वोट बढ़वाने नहीं आया। इस बूथ का सीडीओ ईशा प्रिया और एसडीएम ऋषि राज ने भी निरीक्षण किया। वहीं, कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय गोला बाजार में ड्यूटी तैनात नौ कर्मचारियों से छह मौजूद थे। यहां मीना कुमारी, नेत्रपाल और राखी नहीं आई थी। बताते हैं कि मीना कुमारी ने यह सामग्री नहीं ली है।