हाथ में स्टेयरिग, कान में इयरफोन से दौड़ा रहे वाहन
मैनपुरी जासं। एक हाथ में स्टेयरिग व हैंडल और दूसरे में मोबाइल फोन। शहर में ऐसी ड्राविग अब फैशन बनती जा रही है। कोई ईयरफोन लगाकर फर्राटा भरता दिखता है तो कोई मोबाइल फोन लगाकर। बाइक चालक से लेकर कार सवार तक सभी नियमों का बेखौफ मखौल उड़ा रहे हैं लेकिन जिम्मेदार मौन हैं।
जासं, मैनपुरी : एक हाथ में स्टेयरिग या बाइक का हैंडल और दूसरे में मोबाइल फोन। शहर में ऐसी ड्राइविग अब फैशन बनती जा रही है। कोई ईयर फोन लगाकर फर्राटा भरता दिखता है तो कोई मोबाइल फोन लगाकर। बाइक चालक से लेकर कार सवार तक सभी नियमों का मखौल उड़ा रहे हैं। यह और बात है कि जिम्मेदार मौन हैं।
यातायात जागरूकता माह के तीन दिन बीत गए लेकिन बदलाव नजर नहीं आ रहा। स्थितियां जस की तस हैं। सोमवार को शहर के ईशन नदी तिराहा व जेल रोड पर ट्रैफिक पुलिस के साथ होमगार्ड जवानों की पूरी टीम मौजूद थी। बावजूद इसके मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चालक बेखौफ गुजरते रहे। जिम्मेदारों ने इनमें से किसी को भी रोककर कार्रवाई नहीं की। नियमों का उल्लंघन करने वालों में युवा सबसे आगे हैं। युवतियों के लिए तो यह फैशन बन चुका है। स्कूटी पर हेलमेट भले न हो लेकिन इयरफोन लगाना कभी नहीं भूलतीं। हर किसी का काटा चालान
सोमवार की दोपहर शहर के ईशन नदी तिराहा पर यातायात प्रभारी देवेंद्र शंकर पांडेय के नेतृत्व में यातायात पुलिस ने अभियान चलाकर बगैर हेलमेट लगाए बाइक चलाने वालों के चालान काटे। कई चालक पुलिस से बचकर निकलते दिखे। अन्य कारणों से भी बाइक सवारों के चालान काटे गए। बिना वर्दी चालान काटने वाला रहा चर्चा में
ईशन नदी तिराहा पर यातायात प्रभारी के साथ एक व्यक्ति भी बाइक सवारों के चालान काटने में व्यस्त रहा। जींस और शर्ट पहनकर यह व्यक्ति देर तक मुख्य मार्ग पर हाथ में मशीन लेकर ई-चालान काटता रहा। यह व्यक्ति चर्चा में रहा। 'नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कर्मियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी की भी बाइक के हैंडल को पकड़कर जबरदस्ती न खींचें। ई-चालान कर कार्रवाई कराएं। बिना वर्दी यदि किसी ने भी वाहनों को रोककर उनकी जांच की तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'
अभय नारायण राय, सीओ सिटी।