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बि¨लग के खेल में मीटर रीडर पर एफआइआर

जागरण संवाददाता, मैनपुरी : बिजली के बिलों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है। उपभोक्ता से साठगांठ

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 11:58 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 11:58 PM (IST)
बि¨लग के खेल में मीटर रीडर पर एफआइआर
बि¨लग के खेल में मीटर रीडर पर एफआइआर

जागरण संवाददाता, मैनपुरी : बिजली के बिलों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है। उपभोक्ता से साठगांठ कर कई माह से की जा रही मनमानी बि¨लग में रीडर की गलती सामने आने पर अवर अभियंता ने उसके खिलाफ कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई है। मामले की पड़ताल में हकीकत पता चलने के बाद अधिकारियों ने रीडर की सेवाएं समाप्त कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी है। इस मामले के बाद अब एक बि¨लग कंपनी में लंबे समय से काम कर रहे दूसरे रीडरों के खिलाफ भी गोपनीय जांच के निर्देश दिए गए हैं।

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शासन के निर्देश पर बिजली चोरों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। 20 जून को उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार की अगुवाई में उपकेंद्र करहल रोड की टीम मुहल्ला गाड़ीवान में बिजली चोरों की तलाश कर रही थी। अवर अभियंता मनीष कुमार ने उपभोक्ता प्रेमनारायण वर्मा के यहां मीटर की जांच की, तो री¨डग में बड़ा अंतर मिला। उपभोक्ता ने जो बिल दिखाया गया था, उसमें 2876 यूनिट का बिल था जबकि मीटर में 9518 यूनिट दिखी।

पूछताछ में उपभोक्ता ने बताया कि मीटर रीडर सोनू निवासी भांवत चौराहा ये री¨डग निकालकर देता है। अधिकारियों का कहना है कि अपने लाभ के लिए रीडर मीटर की यूनिट में खेल कर देता है। अधिकारियों ने तत्काल मौजूदा बि¨लग निकालकर उपभोक्ता को थमाई। मीटर रीडर के खिलाफ अवर अभियंता कृष्ण कुमार वर्मा ने कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने दोषी पाए गए मीटर रीडर की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। इस पूरे प्रकरण में उपभोक्ता को 50 हजार रुपये से ज्यादा का बिल थमाया गया है जिसे सोमवार तक भुगतान करना होगा।

एक पूर्व अवर अभियंता के इशारे पर हो रहा था खेल

बि¨लग में हेरफेर का यह पूरा खेल एक पूर्व अवर अभियंता के इशारे पर चल रहा था। मीटर रीडर सोनू ने बताया कि उपभोक्ता प्रेमनारायण वर्मा पूर्व अवर अभियंता के रिश्तेदार हैं। रिश्तेदार पर ज्यादा बोझ न पडे़, इसलिए उपभोक्ता ने ही पूर्व अवर अभियंता से फोन पर बात कराई थ । बडे़ साहब ने कहा था कि देखकर बि¨लग करना। आरोपित मीटर रीडर का कहना है कि वह अधिकारी को मना नहीं कर पाया और तब से उपभोक्ता के अनुसार ही बिल दे रहा था। खुद विभाग भी इस बात को स्वीकार कर रहा है कि बिजली चोरी कराने में विभागीय लोगों का ही हाथ है।

बि¨लग कंपनी पर जुर्माना, कई रीडर जांच के घेरे में

अधिशासी अभियंता एससी शर्मा का कहना है कि एक बि¨लग कंपनी के कई और मीटर रीडर भी जांच के घेरे में हैं। जो भी संदिग्ध मीटर मिलेंगे उनकी री¨डग में यदि हेरफेर मिलता है, तो उस क्षेत्र के मीटर रीडर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के साथ उसकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि बि¨लग कंपनी द्वारा शहर के बिछिया रोड निवासी अखिलेश कुमार ¨सह को अनुचित लाभ पहुंचाया जा रहा था। उपभोक्ता के नाम पर आठ किलोवाट का कनेक्शन स्वीकृत है। लेकिन, इनकी बि¨लग ही स्टोर कर दी गई है। लापरवाही को देखते हुए बि¨लग कंपनी पर छह हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

अधीक्षण अभियंता उमेश चंद्र वर्मा का कहना है कि आरोपित मीटर रीडर सोनू ने इस मामले में जिले में पूर्व में तैनात रहे एक अवर अभियंता का नाम बताया है। यदि वह लिखित में इस बात को स्वीकार करता है कि वह उनके कहने पर यह कर रहा था तो इस प्रकरण में पूर्व अवर अभियंता के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। शासन को उनकी बर्खास्तगी के लिए भी पत्र लिखा जाएगा।


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