करीमगंज में बुखार से हुई एक और मौत
खौफ में हैं ग्रामीण लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या शासन ने दिए बेहतर उपचार के आदेश
जासं, मैनपुरी: बिछवां थाना क्षेत्र के गांव करीमगंज में बुखार और डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को राजेंद्र प्रसाद (60) की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके साथ ही गांव में मौत का आंकड़ा 16 पहुंच गया है। लगभग प्रत्येक घर में चारपाई बिछी हुई हैं। दहशत के चलते कई परिवार पलायन कर चुके हैं। शासन ने स्वास्थ्य विभाग को सहायता देने के आदेश दिए हैं। गुरुवार को भी प्रशासनिक टीमों ने अस्थाई अस्पताल पहुंचकर हालात का जायजा लिया। सीओ भोगांव अमर बहादुर ने भी पुलिस बल के साथ गांव में गश्त की। ग्रामीणों को घरों में रहने की हिदायत दी है। गुरुवार को गांव अंजनी में भी फॉगिग कराई गई।
करीमगंज में अब तक इनकी हुई मौत: गंगा देवी, जीत, राजरानी, किरण देवी, चंद्रकांति, सौरभ, प्रेम किशोर की पुत्री, प्रेमवती, भूदेवी, हरिशंकर, महेश मिश्रा, वीरेंद्र सिंह, नंदराम, सुमन पांडे और राजेंद्र प्रसाद।
प्रशासन से लेकर शासन तक ने झोंकी ताकत: हालात बेकाबू होते देख शासन ने दो अधिकारियों को गांव में भेजकर सर्वे कराया है। आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री गांव में जाकर जायजा ले चुके हैं। सप्ताह भर में तीन बार डीएम महेंद्र बहादुर सिंह पूरे प्रशासनिक अमले के साथ गए हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की तीन टीमें एंबुलेंस के साथ गांव में ही डेरा डाले हुए हैं।
करीमगंज के नाम से इलाज नहीं दे रहे डॉक्टर: ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में बीमारी फैलती ही जा रही है। यदि वे शहर के निजी अस्पतालों में इलाज के लिए मरीज ले जाते हैं तो उन्हें कोई भी डॉक्टर हाथ लगाने को तैयार नहीं होता। गैर जिलों में ले जाने पर पहले कोरोना की जांच रिपोर्ट मांगी जाती है।
हालात अब पहले से बेहतर हैं। मरीजों को उपचार दिया जा रहा है। राहत भी मिल रही है। डेंगू के साथ कोरोना की जांच भी कराई जा रही है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि थोड़ा धैर्य रखें और सहयोग करें। डॉ. एके पांडेय, सीएमओ।