बिजली अभियंताओं की हड़ताल से कामकाज ठप
मैनपुरी जासं। निजीकरण के खिलाफ विद्युत अभियंताओं का संपूर्ण कार्य बहिष्कार लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। अभियंताओं ने धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इससे विभागीय कामकाज ठप हो गया। अपनी समस्या लेकर आए लोगों को बैरंग लौटना पड़ गया।
जासं, मैनपुरी: निजीकरण के खिलाफ विद्युत अभियंताओं का संपूर्ण कार्य बहिष्कार लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। अभियंताओं ने धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इससे विभागीय कामकाज ठप हो गया। अपनी समस्या लेकर आए लोगों को बैरंग लौटना पड़ गया।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने मंगलवार को अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में सरकार की नीति के विरोध में जमकर नारेबाजी की। अधिशासी अभियंता आशीष गुप्ता ने कहा कि पूर्वांचल में बिजली विभाग को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी पूरी हो चुकी है। वहां कर्मचारी खुलकर विरोध कर रहे हैं। हमें भी अपने बचाव के लिए अपनी आवाज बुलंद करनी होगी।
अवर अभियंता रजनीकांत राय ने कहा कि अब दक्षिणांचल को निजी हाथों में सौंपने की साजिश रची जा रही है। इसे अभियंता व कर्मचारी बर्दाश्त नहीं करेंगे। निजीकरण के बाद न सिर्फ भ्रष्टाचार बढ़ेगा, बल्कि प्राइवेट कंपनियों की मनमानी भी हावी हो जाएगी। उपभोक्ताओं का शोषण किया जाएगा। कई अन्य जिलों या प्रांतों में निजी कंपनियां बेखौफ होकर मनमानी कर रही हैं।
हड़ताल का असर कामकाज पर भी पड़ रहा है। अधिकारियों के दफ्तरों में न बैठने की वजह से उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। वहीं फाल्ट को दुरुस्त करने में भी समस्या आ रही है। भारतीय मजदूर संघ के बाद अब नार्दर्न रेलवे के कर्मचारियों ने भी हड़ताल को अपना समर्थन देते हुए निजीकरण का विरोध किया।
इस मौके पर अधिशासी अभियंता जीसीएल भटनागर, एसडीओ रजत शुक्ला, पदम गर्ग, बृजेश कुमार, अवर अभियंता रविशंकर, जयदयाल, अनुज दुबे, राजवीर सिंह, मनोज कुमार, विशंभर सिंह, असलमुद्दीन, पंकज कनौजिया, तारा चंद मौजूद थे।