देव दीपावली पर घर और मंदिर में जलाए दीप
कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने पड़ोसी जिले की गंगा नदी में स्नान कर किया दीपदान
जासं, मैनपुरी: शहर में देव दीपावली का त्योहार श्रद्धा और उत्साह से मनाया गया। पूर्णिमा होने से इसका महत्व और बढ़ गया। श्रद्धालुओं ने घर और मंदिरों में दीपक जलाए।
कार्तिक माह की अमावस्या की तरह कार्तिक पूर्णिमा का भी विशेष धार्मिक महत्व है। इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है। सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा पर शहर के तमाम श्रद्धालुओं ने पड़ोसी जिले से निकल रही गंगा नदी में स्नान कर पुण्य कमाया और दीप दान किया। शहर के मंदिरों में दीप जलाए गए। शाम को भी श्रद्धालुओं ने मंदिरों और घरों में दीप जलाकर भगवान विष्णु और शंकर का आशीर्वाद लिया।
गुरुद्वारा में प्रकाश पर्व पर हुए कार्यक्रम
जासं, मैनपुरी: सोमवार को गुरुद्वारे में भी धार्मिक कार्यक्रमों की सरिता बहती रही। गुरुनानक देव का प्रकाश पर्व सादगी से मनाया गया। शहर के पंजाबी कालोनी स्थित गुरुद्वारा में सोमवार सुबह निशान साहिब की सेवा हुई तो 10 बजे अखंड पाठ और 11 बजे संकीर्तन हुआ। शाम को भी कार्यक्रम हुए।
गायत्री परिवार ने निकाली कलश यात्रा: जासं, मैनपुरी: अखिल विश्व गायत्री परिवार ने सोमवार को कलश यात्रा निकाली। यात्रा में शामिल पीत वस्त्र पहने श्रद्धालु आकर्षक का केंद्र बने रहे। श्याम बिहारीलाल ने कलश का पूजन किया। कलश यात्रा में धमेड़ी तोमर, विमलेश चौहान, गीता यादव, विमला, प्रगति, कल्पना, प्रगति आदि शामिल रहीं। विमला सक्सेना ने बताया कि मंगलवार सुबह आठ बजे और शाम को दीपयज्ञ होगा। केपीआइ में जिला प्रदेश में अव्वल: जासं, मैनपुरी: बेसिक शिक्षा में चल रहे कार्यक्रम और योजनाओं में जिला ने फिर बुलंदी को छू लिया। केपीआइ (की परफारमेंस इंडीकेटर्स) में जिले का समूचे प्रदेश में शीर्ष स्थान आया है, जबकि चित्रकूट दूसरे और पीलीभीत तीसरे स्थान पर रहा है। महानिदेशक ने केपीआइ के और कार्यक्रमों में सुधार कर बेहतर करने को कहा है, जबकि खराब प्रगति वाले जिलों को एक माह का मौका दिया गया है।
बीएसए विजय प्रताप सिंह ने बताया कि महानिदेशक शिक्षा की ओर से बीएसए, बीईओ, डीसी, एसआरजी और एआरपी को 38 बिदुओं पर विभाग से जुड़े लक्ष्य दिए जाते हैं। दो माह से जिला पीछे चल रहा था, अब सभी के सहयोग से नवंबर में जिले ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। इसकी जानकारी महानिदेशक की ओर से देते हुए सभी को बधाई दी गई है।
वहीं, सूची में लाल और नारंगी निशान वाले जिलों के अधिकारियों को चेतावनी देकर सुधार को एक और माह देने की बात कही है। महानिदेशक ने खराब जिलों की प्रगति वाले अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है।
पिछड़ गए मंडल के जिले
केपीआइ की सूची में मंडल के दूसरे जिले पिछड़ गए हैं। आगरा का 24 वां और मथुरा का 34 वां स्थान आया है, जबकि फीरोजाबाद 42 वें स्थान पर रहा है। वहीं, एटा नौवें पर और कासगंज 16 वें स्थान पर रहा है।