कंपनियों का कर्जदार है अस्पताल, कैसे मिलें दवाएं
मैनपुरी : सचिव समाज कल्याण व जिले के नोडल अधिकारी चंद्रपाल ¨सह के सामने अस्पताल की बदहाली की पोल
मैनपुरी : सचिव समाज कल्याण व जिले के नोडल अधिकारी चंद्रपाल ¨सह के सामने अस्पताल की बदहाली की पोल खुल गई। दवाओं की कमी की समीक्षा करने पर पता चला कि अस्पताल प्रशासन दवा कंपनियों का एक करोड़ रुपये का कर्जदार है। बड़ी बकाएदारी होने के कारण ही कंपनियां आवश्यक दवाओं की आपूर्ति नहीं कर रही हैं। सचिव ने आवश्यक दवाओं के लिए मांगपत्र भेजे जाने की बात कहकर जल्द से जल्द आपूर्ति कराए जाने का आश्वासन दिया है।
बुधवार दोपहर सचिव चंद्रपाल ¨सह पूरे प्रशासनिक अमले के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. गौरव दुबे के कक्ष में पहुंचकर रजिस्टर की जांच की। अधूरा रिकॉर्ड होने पर नसीहत देते हुए कहा कि रजिस्टर में मरीजों का नाम और उन्हें दी जाने वाली दवाओं का जिक्र साफ-साफ किया जाए। ह्दय रोग विभाग में बिस्तर तो मिले लेकिन यहां ह्दय रोग विशेषज्ञ का रिक्त पद होने पर ¨चता जताई।
पैथोलॉजी में तैनात स्टाफ को निर्देश देते हुए नोडल अधिकारी ने कहा कि किसी भी मरीज को उसकी जांच रिपोर्ट न सौंपी जाए। जो चिकित्सक जांच के लिए रेफर करें, उनका नाम भी रजिस्टर में दर्ज करें। इमरजेंसी में तैनात चिकित्सकों और स्टाफ ने उनसे आवश्यक दवाओं की कमी होने का जिक्र करते हुए उपलब्धता बढ़ाए जाने की मांग की है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सागर ने बताया कि अस्पताल में चौबीस घंटे आपूर्ति के लिए स्वतंत्र फीडर लगाया गया था लेकिन वह दो महीने चलाकर ही इसे बंद करा दिया गया। जिसका खामियाजा अब मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। इस मौके पर जिलाधिकारी प्रदीप कुमार, मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार गुप्ता व अन्य अधिकारी मौजूद थे।