परामर्श केंद्र ने समझाया, बेटों से आगे हैं बेटियां
मैनपुरी जासं। बेटों से बढ़कर हैं बेटियां। वे हर क्षेत्र में आगे बढ़कर माता-पिता का नाम रोशन कर रही हैं। परिवार परामर्श केंद्र इस बात को समझाने में सफल हुआ तो युवक अपनी पत्नी की विदा कराने के लिए तैयार हो गया।
जासं, मैनपुरी: बेटों से बढ़कर हैं बेटियां। वे हर क्षेत्र में आगे बढ़कर माता-पिता का नाम रोशन कर रही हैं। परिवार परामर्श केंद्र इस बात को समझाने में सफल हुआ तो युवक अपनी पत्नी की विदा कराने के लिए तैयार हो गया।
शहर कोतवाली के गांव उद्दैतपुर अभई निवासी प्रीती का विवाह फीरोजाबाद के राघवेंद्र के साथ हुआ था। प्रीती का आरोप है कि ससुरालीजन दहेज की मांग को लेकर उत्पीड़न करते थे। उसने पहली पुत्री को जन्म दिया तो उत्पीड़न बढ़ा दिया। दूसरी पुत्री हुई तो बेटा न होने का ताना देकर घर से निकाल दिया। पिछले तीन साल से वह मायके में है।
प्रीती ने परामर्श केंद्र में शिकायत की। केंद्र ने राघवेंद्र को तलब किया। उसे बेटी और बेटा में फर्क न होने की जानकारी दी। दहेज मांगने को अपराध बताया। परामर्श दाताओं के समझाने पर राघवेंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ। वह अपनी पत्नी और दो बेटियों को साथ रखने के लिए तैयार हो गया। इस दौरान परामर्शदाता आराधना गुप्ता, गंगा सिंह राठौर, मुजम्मिल मिर्जा, मंजूषा चौहान व अन्य मौजूद रहे।