जैविक खेती से कम की जा सकती है लागत
मैनपुरी शहर के दीवानी रोड स्थित डीआर मैरिज होम में दो दिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें किसानों को जैिवक खेती के गुर सिखाए गए।
मैनपुरी: शहर के दीवानी रोड स्थित डीआर मैरिज होम में दो दिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें किसानों को नई तकनीकि के बारे में जानकारी देने के साथ ही विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान विभिन्न कंपनियों ने स्टॉल लगाकर किसानों को जानकारियां दीं।
जिलाधिकारी प्रदीप कुमार ने कहा कि किसान खेती के साथ-साथ बागवानी से भी जुड़ें और अपनी आमदनी को बढ़ाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि उत्पादन मूल्य बढ़ाना तो हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन उत्पादन लागत को हम कम जरूर कम कर सकते हैं। इसके लिए हम कम से कम रासायनिक खादों का प्रयोग करने के साथ ही जैविक खेती को बढ़ावा दे सकते हैं।
मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग के कारण भूमि की उर्वरा शक्ति तेजी से घट रही है। अगर किसानों की आय बढ़ानी है तो किसानों को बदलाव करना होगा। इसके लिए वे ¨सचाई में ड्रिप व स्प्रिंकलर सिस्टम का प्रयोग कर सकते हैं। इससे आधे पानी और कम समय में फसलों की ¨सचाई की जा सकती है। उन्होंने कहा कि बेवर के किसानों ने फूलों की खेती से जुड़कर अपनी आय में वृद्धि की है। इसके साथ ही वे आज अन्य किसानों के लिए भी मिसाल हैं। कृषि वैज्ञानिक डॉ. विकास रंजन चौधरी ने कहा कि जीवांश फसलों के लिए संजीवनी है। लेकिन अत्याधिक रासायनिक खादों के प्रयोग के कारण मिट्टी से जीवांश समाप्त हो रहे हैं, जो मिट्टी की सेहत के लिए किसी भी प्रकार से ठीक नहीं है। वहीं कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसके पांडेय ने पशुपालन और डॉ. जगदीश मिश्रा ने मृदा परीक्षण के बारे में किसानों को जानकारी दी। उप निदेशक उद्यान कौशल कुमार ने किसानों को उद्यान विभाग की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। गोष्ठी में किसानों ने पशुपालन, कृषि व अन्य निजी कंपनियों के स्टॉल पर जानकारियां लीं। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक गुप्ता, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मनोरमा देवी, विधायक प्रतिनिधि अंकुर अग्निहोत्री, उपाध्यक्ष अनुराग पांडेय, लक्ष्मण गुप्ता, जिला उद्यान अधिकारी सुरेंद्र ¨सह राजपूत मौजूद रहे।