Move to Jagran APP

तीसरे दिन भी ठप रही 102 एंबुलेंस सेवा, परेशान रहे मरीज

मैनपुरी जासं। सेवा प्रदाता कंपनी की मनमानी के विरोध में तीसरे दिन भी 102 एंबुलेंस सेवा ठप रही। कर्मचारियों ने कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए 108 एंबुलेंस सेवा का संचालन भी बाधित रखने की चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 09:45 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 06:03 AM (IST)
तीसरे दिन भी ठप रही 102 एंबुलेंस सेवा, परेशान रहे मरीज

जासं, मैनपुरी: सेवा प्रदाता कंपनी की मनमानी के विरोध में तीसरे दिन भी 102 एंबुलेंस सेवा ठप रही। कर्मचारियों ने कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए 108 एंबुलेंस सेवा का संचालन भी बाधित रखने की चेतावनी दी है।

loksabha election banner

एंबुलेंस सेवा एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह का कहना है कि जीवीके ईएमआरआई कंपनी द्वारा एंबुलेंस सेवाओं का संचालन कराया जा रहा है। कंपनी लंबे समय से ईएमटी स्टाफ व पायलट के वेतन से कटौती कर रही है। हाल ही में मैनपुरी से पांच कर्मचारियों की सेवा भी समाप्त कर दी गई है। इस मनमानी के विरोध में लगातार तीन दिनों से जिले में 102 एंबुलेंस सेवाओं के संचालन पर ब्रेक लगा हुआ है।

बुधवार को भी इन वाहनों का संचालन नहीं हुआ है। इसका खामियाजा गर्भवती महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीण इलाकों से गर्भवती को अस्पताल तक आने के लिए वाहन नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में मजबूरी में उन्हें निजी वाहनों से अस्पताल तक पहुंचना पड़ रहा है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सुनवाई न हुई तो 108 एंबुलेंस सेवाओं का संचालन भी ठप कर दिया जाएगा।

विरोध प्रदर्शन के दौरान नवीन पाठक, आरिफ पठान, पवन यादव, सनोज यादव, संजीव शर्मा, रामकुमार, अरुण, प्रदीप, अजयपाल आदि मौजूद थे।

एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से जांच प्रक्रिया प्रभावित

संसू, भोगांव: जवाहर नवोदय विद्यालय में कोरोना जांच की प्रक्रिया तीन महीने से चल रही है। दो दिन से एंबुलेंस चालकों की हड़ताल के चलते प्रतिदिन आने वाले संदिग्धों के औसत में गिरावट आ रही है। हड़ताल को लेकर ज्यादातर एंबूलेंस नवोदय में संदिग्धों को नहीं ला रही हैं। बुधवार को ज्यादातर संदिग्ध अपने संसाधनों से कोरोना जांच कराने के लिए पहुंचे। टीम ने सुबह की पाली में 32 व शाम की पाली में 30 संदिग्धों की सैंपलिग की। बुधवार को पूरे दिन 62 संदिग्धों के सैंपल कराए गए। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रदीप यादव ने बताया कि कोरोना जांच कराने वाले ज्यादातर संदिग्धों में लक्षण नजर न आने पर उन्हें होम क्वारंटाइन के नियमों की जानकारी देकर घरों में भेज दिया गया।

नोडल अधिकारी ने लिया जायजा

जिले के नोडल अधिकारी ईश्वरचंद्र ने बुधवार की सुबह क्वारंटाइन वार्ड व कोविड केयर सेंटर का जायजा लिया। उन्होंने यहां भर्ती मरीजों से मिल रही सुविधाओं को लेकर सवाल किए। नियमित तौर पर सफाई और बेहतर इंतजाम बनाए रखने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.