शीतलहर से कांपी जिदगी, जले अलाव
जिले पर शीतलहर का साया बरकरार बना हुआ है। आसमान पर बादल और बयार सर्दी के मिजाज को भड़का रहे है। तापमान भी बीते दिनों के ही बराबर बना हुआ है। भीषण सर्दी से राहत पाने को दिनभर दर्जनों स्थानों अलाव जलते रहे। ठिठुरन और गलन की वजह से बाजार और सार्वजनिक स्थानों पर भी कम भीड़भाड़ दिखाई दी। दोपहर को निकली हल्की धूप भी राहत नहीं दे सकी। अधिकतम तापमान 19.6 जबकि न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जासं, मैनपुरी: जिले पर शीतलहर का साया बरकरार बना हुआ है। आसमान पर बादल और बयार सर्दी के मिजाज को भड़का रहे हैं। तापमान भी बीते दिनों के ही बराबर बना हुआ है। भीषण सर्दी से राहत पाने को दिनभर दर्जनों स्थानों अलाव जलते रहे। ठिठुरन और गलन की वजह से बाजार और सार्वजनिक स्थानों पर भी कम भीड़भाड़ दिखाई दी। दोपहर को निकली हल्की धूप भी राहत नहीं दे सकी। अधिकतम तापमान 19.6, जबकि न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सोमवार को सुबह भी से कड़ाके की ठंड रही। हाड़ कंपा देने वाली ठंड से लोगों का जीना मुहाल रहा। नागरिकों को कोहरे से निजात जरूर मिली है, लेकिन ठंड का प्रकोप जारी है। इस दिन भी मौसम का मिजाज नागरिकों को सताता रहा। दोपहर को हल्की धूप जरूर निकली, लेकिन शीतलहर लगातार परेशान कर रही है। सुबह कोहरे का असर नहीं रहा, लेकिन सूर्यदेव के दर्शन न होने से लोग घरों में देर तक दुबके रहे। दोपहर करीब एक बजे सूर्यदेव ने दर्शन दिये। इसके बाद लोग गुनगुनी धूप का आनंद लेते दिखे। हालांकि, धूप से हटने पर ठंड का खूब अहसास हो रहा था। दोपहर बाद धूप हल्की पड़ती गई और तापमान गिरता गया। लोग जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकले। ऐसे में सड़कों में शाम को कम ही भीड़ नजर आई। बाजारों में भी शाम सात बजे के बाद ही सन्नाटा पसरने लगा। वहीं, ठंड से बचाव के लिए आग तापते दिखे। घरों में लोग रूम हीटर का प्रयोग कर रहे है।
बुजुर्गों बौर बच्चों को बचाएं ठंड से
जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डा. जेजे राम ने सलाह दी है कि बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचाकर रखें। सर्दी में इनके लिए ज्यादा खतरा रहता है। हृदय संबंधी मरीज भी विशेष एहतियात बरतें।
बीते साल अच्छा था मौसम
मौसम का हाल इसी दिन बीते साल अच्छा रहा था। इस दिन अधिकतम तापमान 19.3 और न्यूनतम 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा था। इस बार पौष माह के समापन पर हुआ ठंड का आगाज हर किसी को सता रहा है।