रजवाहों की नहीं हुई सफाई, पानी को तरसे किसान
सिचाई के संकट से जूझ रही बेवर में दो हजार हेक्टेयर खेती करहल के तीन दर्जन गांवों को भी रजवाह में पानी का इंतजार
जागरण संवादददाता, मैनपुरी: सरकार तो किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उन्हें सहायता और सुविधाएं देने की कसरत में जुटी है, लेकिन संबंधित विभाग इन कोशिशों को कमजोर करने में जुटे हैं। जिले में रजवाहों की सफाई नहीं की गई। जहां सफाई हुई, वह भी अधूरी छोड़ दी है। खेतों पर पानी नहीं पहुंचने से किसान संकट से जूझ रहे हैं।
बेवर ब्लॉक का जलालपुर-अछईपुर रजवाह लगभग 12 किलो मीटर लंबा है। इससे अरम सराय, मेरापुर, कुशलपुर, रामपुर, बनकिया, करपिया, महाराजपुर, कौआटांडा, चंदीपुर, गंगरवाला, नगला छती, गढि़या, घुटारा मखसूमपुर, अछईपुर, छिनकौरा, नगलादेवी, लोदीपुर, दिखतमई, प्रयागपुर, धुबिया, विक्कापुर गांव जुड़े हैं। यहां के करीब एक हजार किसान दो हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल की इस रजवाह के सहारे सिचाई करते हैं। परंतु इसका दो साल से सफाई कार्य नहीं हुआ है। कौआटांडा निवासी किसान अशोक कुमार सिंह, यतींद्र सिंह चौहान, प्रेमचंद्र, अजय कुमार, बनकिया निवासी धीरेंद्र सिंह, गिरीश चंद्र, कमलेश दुबे ने बताया कि दो साल से विभाग ने रजवाह में पानी भी नहीं छोड़ा है। किसानों ने डीएम को पत्र भेजकर समस्या की जानकारी दी।
करहल तहसील के गांव नगला देशराज होकर गांव किरथुआ से आगे जाने वाला रजवाह की सफाई नहर विभाग ने करीब एक महीना पहले कराई थी। परंतु यह काम केवल गांव नगला देशराज से लेकर शेखूहार तक जेसीबी से कराया। इस कारण पानी का बहाव गांव कुतुबपुर से आगे नहीं जा सका। फसलों की सिचाई करने के लिए किसान परेशान है। क्षेत्र के किसान बारेलाल, अनंतराम ने इसकी शिकायत तहसील दिवस में की है।