जिला अस्पताल की 'बिगड़ी' तबियत
जीरियाटिक वार्ड में पड़ा ताला अन्य वार्डो में सेवा सुश्रुषा के पड़ेंगे लाले रविवार से खत्म हो रही 33 कर्मियों की संविदा तीन से थे तैनात
मैनपुरी, जासं। सेवाप्रदाता कंपनी पर कार्रवाई के बाद 33 कर्मचारियों की संविदा शनिवार से समाप्त हो जाएगी। इस आदेश के बाद जिला अस्पताल की तबियत बिगड़ गई है। जीरियाटिक वार्ड पर तो ताला पड़ ही गया, कई अन्य वार्डों में भर्ती मरीजों की देखभाल के भी लाले पड़ने की आशंका है। शुक्रवार को पूरे दिन अस्पताल प्रशासन आशंकित हालातो से निपटने को चिंतन-मनन करता रहा।
जिला अस्पताल में वर्ष 2016 में 33 कर्मचारियों को संविदा पर रखा गया था। इनकी संविदा 30 नवंबर को समाप्त हो रही है। ये संविदाकर्मी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। पिछले सप्ताह संविदा समाप्त का आदेश आने के बाद कई कर्मचारियों ने अस्पताल आना ही बंद कर दिया है। करीब डेढ़ दर्जन कर्मचारियों को इमरजेंसी, ओटी सहित अन्य वार्डो में समायोजित कर दिया गया। एक सप्ताह से जैसे-तैसे व्यवस्था संभाली जा रही है। प्रशासन की चिंता ये है कि संविदाकर्मियों के बगैर सेवाएं कैसे संचालित होंगी। जीरियाटिक वार्ड पर ताला
बुजुर्गो के लिए वर्ष 2018 में शुरु किए गए इस विशेष वार्ड में दो दिनों से ताला पड़ गया है। शुक्रवार को शहर के हिदपुरम कॉलोनी निवासी रामसेवक (71) को श्वांस की बीमारी से कारण इमरजेंसी में भर्ती कर लिया। राहत न मिलती देख स्वजन सैफई ले गए। इसी तरह, किशनी से आए राजेंद्र (53) को प्राथमिक उपचार के बाद सैफई रेफर कर दिया। ओवरटाइम करेंगे स्थायी कर्मचारी
' वैकल्पिक व्यवस्था के तहत नियमित कर्मचारियों से ही काम लिया जा रहा है। उनसे अतिरिक्त काम भी लिया जा रहा है। हालात से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है।
डॉ. आरके सागर, सीएमएस, जिला अस्पताल।
सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी ये व्यवस्था
- ओपीडी पंजीकरण
-ओटी, बर्न वार्ड, टीबी वार्ड, सेफ वार्ड और इमरजेंसी
ये है स्थिति
33 कर्मचारी हैं संविदा पर
24 कर्मचारी हैं स्थायी
03 बार आ चुका है संविदा समाप्त का आदेश