खुलने के इंतजार में खंडहर न हो जाए 30 शैय्या अस्पताल
वर्ष 2015-16 में हुई थी घोषणा 2018 में पूरा हो गया था निर्माण ढाई करोड़ की थी लागत परंतु अस्पताल शुरू करना ही भूली सरकार
बेवर(मैनपुरी): सुरक्षित प्रसव और जच्चा-बच्चा को उच्चस्तरीय सुविधाएं दिलाने के लिए सरकार योजनाओं का अंबार लगा रही है। नए प्रस्ताव भी तैयार हो रहे हैं, परंतु पहले से तैयार हो चुकी सुविधाओं को संचालित करने की किसी को फिक्र नहीं। बेवर में बीते साल बना 30 शैय्या अस्पताल शुरुआत के इंतजार में शोपीस बना खड़ा है।
बेवर ब्लॉक में जच्चा-बच्चा को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूर्व की सपा सरकार ने 30 शैय्या मेटरनिटी अस्पताल विग का निर्माण वित्तीय वर्ष 2015-16 में शुरू कराया था। वर्ष 2018 में निर्माण पूरा हुआ। 2.55 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस अस्पताल को उसी साल स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित भी कर दिया गया। अस्पताल बनने के बाद ग्रामीण एवं अर्बन क्षेत्र के लोगों में बेहतर इलाज की उम्मीद जगी थी, लेकिन इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग इसको संचालित कराना ही भूल गया। बीच में क्षेत्रीय लोगों ने अधिकारियों से मांग की, जनप्रतिनिधियों के सामने भी मुद्दा उठाया, परंतु अस्पताल शुरू नहीं हो सका।