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चालू हुआ पहला आक्सीजन प्लांट, दो में काम तेजी पर

कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं के इंतजामों पर खासा जोर दिया जा रहा है। पहले आक्सीजन प्लांट को चालू करने के बाद अब कार्यदायी संस्थाओं द्वारा दो अन्य प्लांटों की क्रियाशीलता के लिए काम आरंभ कर दिया है। हर हाल में अगस्त के पहले पखवाडे़ तक इनके भी संचालन की बात कही जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 05:13 AM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 05:13 AM (IST)
चालू हुआ पहला आक्सीजन प्लांट, दो में काम तेजी पर
चालू हुआ पहला आक्सीजन प्लांट, दो में काम तेजी पर

जासं, मैनपुरी : कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं के इंतजामों पर खासा जोर दिया जा रहा है। पहले आक्सीजन प्लांट को चालू करने के बाद अब कार्यदायी संस्थाओं द्वारा दो अन्य प्लांटों की क्रियाशीलता के लिए काम आरंभ कर दिया है। हर हाल में अगस्त के पहले पखवाडे़ तक इनके भी संचालन की बात कही जा रही है।

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कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा किल्लत आक्सीजन को लेकर हुई थी। मैनपुरी में भी आक्सीजन के अभाव में कई मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। बढ़ती समस्या को देखते हुए जनप्रतिनिधियों द्वारा अपनी निधि से प्लांट स्थापना के लिए धनराशि दी गई थी। इस धनराशि से 100 शैया अस्पताल के पीछे प्लांट की स्थापना का काम शुरू कराया गया। बुधवार को पहले प्लांट ने काम करना आरंभ कर दिया। यहां काम देख रहे कर्मचारियों का कहना है कि इस प्लांट से आक्सीजन की सप्लाई मिल रही है। अब दो अन्य प्लांटों पर मशीनों की स्थापना कराकर वहां से पाइप लाइन बिछाई जानी बाकी है। अगस्त के पहले पखवाडे़ तक इसे भी पूरा कर लिया जाएगा। एक मिनट में 500 एलपीएम है क्षमता

100 शैया के पीछे स्थापित आक्सीजन प्लांट की क्षमता सबसे ज्यादा है। कर्मचारियों का कहना है कि इस प्लांट से एक मिनट में 500 एलपीएम (लीटर प्रति मिनट) गैस को भरा जा सकता है। यह एडवांस प्लांट है जो स्वचालित ढंग से काम करता रहेगा। भर जाएंगे 24 घंटों में 102 जंबो सिलिडर

प्लांट की मदद से 24 घंटों के अंदर 102 जंबो सिलिडरों को आसानी से भरा जा सकता है। एक जंबो सिलिडर चार छोटे सिलिडरों के बराबर होता है। फिलहाल एल-2 अस्पताल को मिल रही सप्लाई

प्लांट की मदद से सेंट्रल आक्सीजन सिस्टम के जरिए एल-2 आइसोलेशन अस्पताल के वेंटीलेटरों तक आक्सीजन की आपूर्ति कराई जा रही है। इसके लिए प्लांट से बाकायदा पाइप लाइन बिछवाई गई है। जिसकी निगरानी की जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन को सौंपी गई है। अस्पताल परिसर में भी दो प्लांट स्थापित कराए जा रहे हैं। इनकी मदद से 100 शैया और जिला अस्पताल को आक्सीजन की आपूर्ति कराई जाएगी। मरीजों की सुविधा के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं कराई गई हैं।

डा. अरविद कुमार गर्ग, सीएमएस, जिला अस्पताल।


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