साहब को विवाह का प्रथम निमंत्रण
कोरोना के खौफ से बदली व्यवस्थाओं के बाद पुरानी परंपराओं में बदलाव
भोगांव, हिमांशु यादव : कोरोना के खौफ से बदली व्यवस्थाओं के बाद पुरानी परंपराओं में बदलाव आ रहा है। अब शादी विवाह व अन्य मांगलिक कार्यो के लिए निमंत्रण कार्ड लेकर लोगों को सबसे पहले मजिस्ट्रेट के कार्यालय में दस्तक देनी पड़ रही है। अनुमति के लिए मजिस्ट्रेट के यहां आवेदन आना शुरू हो गए हैं।
कोविड-19 का खौफ और लाकडाउन की बंदिशों के चलते मार्च से लेकर जून तक शादियों पर प्रतिबंध रहा। अब एक बार फिर नयी गाइड लाइन के तहत शादी व अन्य मांगलिक कायरें को कराने की अनुमति दी जा रही है। नवंबर में विभिन्न शुभलग्न के दिनों में मांगलिक कार्य संपन्न कराने के लिए लोगों ने नियमानुसार अनुमति लेना शुरू कर दिया है। शादी व अन्य समारोह में निर्धारित संख्या का हवाला देकर अधिकारियों के यहां से अनुमति दी जा रही है। इसके अतिरिक्त अनुमति में सोशल डिस्टेंसिग का पालन कराने, मास्क व सैनिटाइजर की अनिवार्यता को भी विशेष तौर पर जोर दिया जा रहा है। दीपावली के बाद शुभ मुहूर्त की तिथियों में शादी समारोह के आयोजन, गेस्ट हाउस की बुकिग, बैंड व डीजे की अनुमति को लेकर मजिस्ट्रेट के यहां आवेदन शुरू हो गए हैं।
गेस्ट हाउस संचालक दे रहे अनुमति की सलाह : शासन के निर्देश के अनुसार गेस्ट हाउस संचालक बिना अनुमति के शादी करने वालों की बुकिग नहीं ले रहे हैं। उनके अतिरिक्त बैंड व डीजे संचालक भी बुकिग के लिए आने वाले लोगों को एसडीएम कार्यालय से अनुमति लेने की सलाह दे रहे हैं। बीते एक सप्ताह से एसडीएम कार्यालय ने शादी-विवाह से संबंधित अनुमति के लिए आवेदनों की संख्या बढ़ने लगी है। सार्वजनिक व व्यक्तिगत मांगलिक कार्यो में अधिकतम 200 लोगों की सहभागिता हो सकती है। अनुमति के आवेदन को स्वीकृत करने के दौरान कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने की सख्त हिदायत दी जा रही है। नियमों की अनदेखी पर कार्रवाई होगी।
सुधीर कुमार सोनी, एसडीएम, भोगांव